मणिपुर: हिंसा के कारण इंटरनेट पर प्रतिबंध को 80 दिन पूरे, जानें कैसे प्रभावित हुआ जनजीवन
मणिपुर हिंसा के कारण राज्य में इंटरनेट पर लगाए गए प्रतिबंध को 80 दिन पूरे हो गए हैं। इंटरनेट पर प्रतिबंध ने न केवल मणिपुर के लोगों को बाकी दुनिया से अलग कर दिया है, बल्कि उनके दैनिक जीवन को भी पूरी तरह से पटरी से उतार दिया है। मणिपुर में 3 मई को कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा की शुरुआत होने के बाद इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
मणिपुर में ऑनलाइन वित्तीय सेवा हुई प्रभावित
मणिपुर में इंटरनेट पर प्रतिबंध के कारण लोगों की वित्तीय सेवा तक पहुंच को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। राजधानी इम्फाल अन्य समेत पहाड़ी इलाकों में किसी भी तरह ऑनलाइन लेनदेन नहीं हो पा रहा है। इसके साथ ही ATM में नकदी की कमी और बैंकों के कम देरी के लिए खुलने के कारण स्थिति और गंभीर हो गई है। सिर्फ शीर्ष सरकारी अधिकारियों को इंटरनेट का उपयोग करने की अनुमति है, यदि उनके पास LAN कनेक्शन है।
ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं छात्र
मणिपुर की राजधानी इंफाल में रहने वाले कक्षा 10 के छात्र खानगेमबाम डायमंडसना सिंह ने कहा, "मणिपुर में इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण छात्र ऑनलाइन कक्षाओं में भाग नहीं ले पा रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "मेरी CBSE की बोर्ड परीक्षाएं हैं और हम चाहते हैं कि इंटरनेट सेवाएं जल्द से जल्द बहाल की जाएं। मैं सरकार से उन सभी छात्रों के लिए निर्णय लेने का आग्रह करता हूं, जो बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं।"
इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाना समाधान नहीं- स्थानीय व्यापारी
इम्फाल के एक व्यापारी ने इंडिया टुडे के साथ बातचीत करते हुए कहा, "इंटरनेट पर प्रतिबंध होने के कारण हम कई गतिविधियां नहीं कर पा रहे हैं। मेरी राय में इंटरनेट सेवाओं को तत्काल फिर से बहाल करने की अत्यधिक आवश्यकता है। इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाना सूचना के अधिकार का हनन है। यह समाधान नहीं है।" उन्होंने कहा कि यदि कोई संदेश, ऑडियो या वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होता है तो साइबर अपराध विभाग को इसकी जांच करनी चाहिए।
इंटरनेट से प्रतिबंध क्यों नहीं हटा रही है सरकार?
मणिपुर सरकार को आशंका है कि इंटरनेट बहाल होने पर असामाजिक तत्व लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए वीडियो या संदेश के प्रसारण के लिए बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते हैं। करीब 3 महीने तक इंटरनेट पर प्रतिबंध के पीछे यह मुख्य कारण है। बता दें कि हाल ही में मणिपुर में कुकी समुदाय की 2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने की वीडियो सामने आने के बाद देशभर में आक्रोश का माहौल बना हुआ है।