पंजाब: सेना को नहीं मिल रहा प्रशासन का सहयोग, स्थगित हो सकती हैं अग्निपथ भर्ती रैलियां
भारतीय सेना ने पंजाब सरकार को पत्र लिखकर बताया है कि उसे अग्निपथ योजना के तहत होने वाली भर्ती रैलियों के लिए स्थानीय प्रशासन का सहयोग नहीं मिल रहा है। इसके चलते इन रैलियों को स्थगित या पड़ोसी राज्यों में शिफ्ट किया जा सकता है। इसे लेकर सेना के जालंधर स्थित क्षेत्रीय भर्ती अधिकारी मेजर जनरल शरद बिक्रम सिंह ने पंजाब के मुख्य सचिव वीके जंजुआ और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा है।
राज्य सरकार से निर्देशों का अभाव- सेना अधिकारी
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मेजर जनरल ने अपने पत्र में लिखा है कि रैलियों को लेकर स्थानीय प्रशासन स्पष्ट प्रतिबद्धता नहीं दिखा रहा है। आमतौर पर प्रशासनिक अधिकारी राज्य सरकार की तरफ से निर्देश न होने या पैसों की कमी की बात कहते हैं। इसमें आगे लिखा है कि इसमें कुछ ऐसी जरूरते हैं, जो राज्य सरकार को मुहैया करानी चाहिए, जिनमें कानून व्यवस्था और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की तैनाती आदि शामिल है।
इंतजाम न करने पर स्थगित हो सकती हैं रैलियां- सेना
पत्र में आगे लिखा गया है कि सेना को स्थानीय प्रशासन से मेडिकल सहायता और एंबुलेंस, बारिश से बचने के इंतजाम, पानी, मोबाइल टॉयलेट और 14 दिनों तक चलने वाली रैली में रोजाना 3,000-4,000 लोगों के खाने के इंतजाम की उम्मीद रहती है। इसमें आगे चेताया गया है कि अगर इन इंतजामों के लिए स्पष्ट प्रतिबद्धता नहीं जताई जाती है तो यह मामला सेना मुख्यालय में जाएगा और पंजाब में रैलियां स्थगित या दूसरे राज्यों में शिफ्ट कर दी जाएगी।
गुरदासपुर में चल रही है भर्ती रैली
पंजाब के लुधियाना में अगस्त में भर्ती रैली हुई थी। फिलहाल गुरदासपुर में भर्ती रैली चल रही है, जो 1 सितंबर से शुरू हुई थी और आज खत्म हो जाएगी। इसके बाद 17 से 30 सितंबर तक पटियाला में ही ऐसी एक और रैली होगी। सेना ने राज्य सरकार को बताया कि पटियाला की रैली में मलेरकोटला, फतेहगढ़ साहिब, मानसा, पटियाला, संगरूर और बरनाला समेत छह जिलों के करीब 27,000 उम्मीदवार हिस्सा लेंगे।
राज्य सरकार ने क्या प्रतिक्रिया दी है?
पंजाब के प्रमुख सचिव, रोजगार सृजन कुमार राहुल ने पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गुरदासपुर में कुछ समस्याएं आई थीं, लेकिन वो बड़ी बात नहीं थी। सबकुछ ठीक है और रैलियों के सुगम संचालन के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं। वहीं लुधियाना की उपायुक्त सुरभि मलिक ने कहा कि जिले में भर्ती रैली के दौरान सेना को कोई समस्या नहीं आई थी और इंतजामों के लिए सेना ने उन्हें प्रशंसा पत्र भी दिया था।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
अग्निपथ योजना तीनों सेनाओं, थल सेना, वायुसेना और नौसेना, के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है। इसके तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। उन्हें चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा। इसके बाद योग्यता, इच्छा और मेडिकल फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा। इस योजना का देश के कई हिस्सों में विरोध हुआ था और युवाओं ने इसे वापस लेने की मांग की थी।