पंजाब सरकार का आदेश, छात्रों को गुजराती में गाना पड़ेगा गांधी का सबसे पसंदीदा भजन
क्या है खबर?
पंजाब की कांग्रेस सरकार ने सभी सरकारी विद्यालयों में महात्मा गांधी के प्रिय भजन का पाठ अनिवार्य कर दिया है।
'वैष्णव जन तो' नामक इस भजन को गांधी का सबसे पसंदीदा भजन माना जाता है।
सरकार ने यह काम गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के तहत किया है।
विरोधियों ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इससे छात्रों में उलझन पैदा होगी।
आदेश
गुजराती में है मूल भजन
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, '150वीं गांधी जयंती के तहत पंजाब के सरकारी विद्यालयों के सभी छात्र 'वैष्णव जन' को मूल भाषा में गाएंगे।'
गाने की रचना 15वीं शताब्दी में नरसिंह मेहता ने गुजराती भाषा में की थी। गाने में वैष्णव लोगों के जीवन के बारे में बताया गया है।
वैष्णव वह लोग होते हैं जो विष्णु भगवान को मानते हैं और उनका अनुसरण करते हैं।
बयान
'केंद्रीय मंत्रालय के आदेश पर अमल'
SCERT डायरेक्टर इंदरजीत सिंह ने कहा कि नोटिफिकेशन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आदेश के आधार पर जारी किया गया है, ताकि बच्चे गांधी के आदर्शों और विचारों के बारे में जान सकें।
नोटिफिकेशन के अनुसार, शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्र भजन के बोल याद कर लें और हर सोमवार को सुबह प्रार्थना के दौरान इसका पाठ करें।
कम्प्यूटर शिक्षकों को भजन इंटरनेट से डाउनलोड करके छात्रों को सिखाने का जिम्मा दिया गया है।
राजनीति
भजन नहीं गांधी के आदेशों के बारे में बताएं
नोटिफिकेशन के साथ SCERT ने देवनागरी में भजन के बोल भी भेजे हैं।
आदेश पर अकाली दल सरकार में शिक्षा मंत्री रहे दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि इससे छात्रों में असमंजस की स्थिति पैदा होगी।
उन्होंने कहा, "छात्र पहले से ही राष्ट्रगान गा रहे हैं। बिल्कुल अनजान भाषा गुजराती में एक गाना गाने से वह गांधी के आदर्श नहीं सीख जाएंगे। इसकी जगह उन्हें पंजाबी में भी गांधी के बारे में ज्यादा पढ़ाया जाना चाहिए।"
गांधी के आदर्श
केंद्रीय मंत्री का साथ
केंद्रीय मंत्री विजय संपला ने मामले पर पंजाब सरकार का समर्थन करते हुए कहा, "हम ऐसे भजन के विरोध में क्यों हैं जिसे गांधी गाते थे? उनके आदर्श और विचारों का हमें पालन करना चाहिए।"
शिक्षकों ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पंजाबी छात्रों के लिए इतने कम समय में गुजराती भजन याद करना और गाना बेहद ही मुश्किल होगा।
भाजपा पर भी विभिन्न राज्यों में सरकार में आने के बाद शिक्षा से छेड़छाड़ के आरोप लगते रहे हैं।