एशिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 8, शीर्ष पर है गुरुग्राम
सर्दियों की शुरुआत के साथ ही भारत में वायु प्रदूषण का स्तर भी खराब होने लगा है। यही कारण है कि विश्व वायु गुणवत्ता सूचकांक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, एशिया के शीर्ष 10 प्रदूषित शहरों में आठ भारत के शामिल हैं। इसके उलट आंध्र प्रदेश में राजामहेंद्रवरम शहर ने शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ वायु गुणवत्ता वाले शहरों की सूची में जगह बनाई है। यह सूची भारत में तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण का संकेत हैं।
एशिया का सबसे प्रदूषित शहर है गुरुग्राम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के समीप स्थित हरियाणा का गुरुग्राम शहर इस सूची में पहले पायदान पर रहा है। इसका कारण रविवार को यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 679 दर्ज किया जाना है, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है। इसी तरह रेवाड़ी के पास स्थित धारूहेड़ा 543 के AQI के साथ दूसरे और बिहार का मुजफ्फरपुर 316 के AQI के साथ तीसरे पायदान पर रहा है। बड़ी बात है कि दिल्ली का इस सूची में नाम नहीं है।
अन्य प्रदूषित शहरों में ये हैं शामिल
सूची में शामिल अन्य शहरों में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का तालकटोरा (298 AQI), बेगूसराय का DRCC आनंदपुर (269 AQI), देवास का भोपाल चौराहा (266 AQI), गुजरात के कल्याण का खड़कपाड़ा (256 AQI), दर्शन नगर और छपरा (239 AQI) हैं। इन भारतीय शहरों के अलावा चीन के लुझोउ का शियाओशिशांग पोर्ट (262 AQI) और मंगोलिया के उलानबाता में बयानखोशु शहर भी सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले शहरों में शामिल हैं।
0-50 के AQI को माना जाता है सबसे अच्छा
CPCB के अनुसार, किसी भी क्षेत्र में 0 से 50 के बीच AQI को सबसे अच्छा और 51 से 100 तक को संतोषजनक श्रेणी में माना जाता है। इसी तरह 101 से 200 के AQI को मध्यम, 201 से 300 तक खराब और 301 से 400 तक को बहुत खराब का स्तर का माना जाता है। इसके अलावा 401 से 500 के बीच AQI को गंभीर श्रेणी में माना जाता है। इसमें सांस लेना भी दूभर होता है।
वर्तमान में क्या है वायु प्रदूषण के हालात?
विश्व वायु गुणवत्ता सूचकांक साल 2007 में शुरू हुआ था। इसके जरिए नागरिकों को बढ़ते प्रदूषण और उसे रोकने के लिए कदम उठाने के लिए प्रेरित किया जाता है। दिवाली पर दिल्ली-NCR सहित कई भारतीय शहरों में पटाखे जलाने और पराली जलाने से वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है और इससे AQI में इजाफा हो रहा है। दिल्ली में तो AQI पहले ही खराब श्रेणी में आ गया है और इसके गंभीर श्रेणी में पहुंचने की उम्मीद है।
प्रदूषण को कम करने के लिए क्या किए जा रहे हैं प्रयास
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की उप-समिति ने 12-सूत्रीय कार्य योजना के साथ दिल्ली-NCR में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू कर दिया है। इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी वायु प्रदूषण से निपटने के लिए 15-सूत्रीय शीतकालीन कार्य योजना की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि पराली जलाने के कारण वायु प्रदूषण शीर्ष चिंता का विषय बना हुआ है। इससे निपटने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।