प्रधानमंत्री मोदी ने लॉन्च की 5G इंटरनेट सेवाएं, कई क्षेत्रों में आएंगे बदलाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 5G सेवाओं को लॉन्च कर दिया है। दिल्ली के प्रगति मैदान में जारी इंडियन मोबाइल कांग्रेस में उन्होंने क्रांतिकारी बताई जा रही इस सेवा की शुरुआत की। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और रिलायंस के प्रमुख मुकेश अंबानी समेत कई हस्तियां मौजूद रहीं। फिलहाल देश के कुछ ही शहरों में इस सेवा की शुरुआत हुई है और 2024 तक करीब 75 फीसदी आबादी इस सेवा से जुड़ जाएगी।
प्रधानमंत्री ने देखे 5G के यूजकेस
लॉन्चिंग के समय प्रधानमंत्री मोदी ने 5G तकनीक के कुछ यूज केस भी देखे। इनके जरिये प्रधानमंत्री और इंडियन मोबाइल कांग्रेस में लोगों को यह दिखाया गया कि कैसे 5G का इस्तेमाल शिक्षा, निर्माण और दूसरे क्षेत्रों में काम आसान कर सकता है।
4G से 20 गुना अधिक तेज है 5G
मोबाइल कम्युनिकेशन नेटवर्क के मामले में 5G, 4G की अगली जनरेशन है। रिपोर्ट्स पर विश्वास किया जाए तो नई तकनीक 4G से करीब 20 गुना अधिक तेज होगी और इसका इस्तेमाल भी ज्यादा क्षेत्रों में किया जा सकेगा। माना जा रहा है कि 5G के आने से क्लाउड गेमिंग, AR/VR टेक्नोलॉजी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ऑटोमैटिक व्हीकल आदि का इस्तेमाल तेज होगा। कई विशेषज्ञों का कहना है कि इससे शिक्षा, स्वास्थ्य और खेती समेत कई क्षेत्रों में बड़े बदलाव आएंगे।
5G सेवाओं से भारतीय अर्थव्यवस्था को होगा बड़ा फायदा
बता दें कि 1 अगस्त को खत्म हुई 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में केंद्र सरकार ने 1.50 लाख करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम बेचे थे। सरकार ने कंपनियों को कम समय के अंदर 5G सेवाओं की 80 प्रतिशत कवरेज पूरा करने का लक्ष्य दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि 5G कनेक्टिविटी से भारतीय अर्थव्यवस्था को 2040 तक 36.4 लाख करोड़ रुपये का फायदा होगा। मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल और कृषि जैसे क्षेत्रों को 5G सेवाओं से सबसे अधिक फायदा होगा।
आज से आठ शहरों में शुरू हुई एयरटेल 5G
एयरटेल ने ऐलान किया है कि वह आज से मुंबई और वाराणसी समेत आठ शहरों में 5G सेवाएं शुरू करने जा रही है और 2024 तक पूरे देशव को कवर कर लेगी। वहीं सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने दिवाली से यह सेवा शुरू करेगी। कंपनी ने कहा कि सबसे पहले दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में शुरू की जाएंगी और फिर देशभर में इनका विस्तार किया जाएगा। 2023 के अंत तक वह सेवा का विस्तार करेगी।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
5G नेटवर्क दो तरह का होता है और ये अलग-अलग तरह से काम करते हैं। पहली तरह के mmWave 5G में कम से कम लेटेंसी के साथ सुपर फास्ट स्पीड मिलती है, लेकिन यह छोटे क्षेत्र तक सीमित रहता है। वहीं, दूसरी तरह के sub-6GHz 5G नेटवर्क mmWave के मुकाबले कम स्पीड देते हैं, लेकिन इसकी कवरेज बड़े क्षेत्र तक फैली होती है। यही वजह है कि भारत में कंपनियां sub-6GHz पर फोकस करेंगी।