दिल्ली में हिंसा: मरने वालों का आंकड़ा 13 पहुंचा, 56 पुलिसकर्मी घायल
क्या है खबर?
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें एक पुलिस हेड कॉन्स्टेबल भी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, गुरु तेग बहादुर (GTB) अस्पताल में बीते 24 घंटों में अस्पताल में 13 लोगों की मौत हो गई और 150 घायलों को यहां भर्ती कराया गया है।
दूसरी तरफ मौजपुर आदि इलाकों में स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसे देखते हुए चार जगहों पर धारा 144 लगा दी गई है।
जानकारी
भीड़ ने पत्रकारों को भी बनाया निशाना
मौजपुर में दंगाई खुलेआम संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और आगजनी कर रहे हैं। मंगलवार को भीड़ ने पत्रकारों को भी निशाना बनाते हुए उनके साथ मारपीट की। दंगाई जबरन उनसे हिंसा की फोटो और वीडियो डिलीट करा रहे हैं।
हिंसा
बल की कमी के कारण नहीं पा सका स्थिति पर काबू- पुलिस
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को गृह मंत्रालय को बताया कि बल की कमी के कारण वह स्थिति पर तुरंत नियंत्रण नहीं पा सकी, जिसकी वजह से इतना नुकसान हुआ है।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पुलिस की कमी की बात कही थी।
अमित शाह के साथ उच्च स्तरीय बैठक में भी उन्होंने यह मुद्दा उठाया। तब शाह ने उन्हें आश्वस्त किया था कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की कमी नहीं होने दी जाएगी।
जानकारी
हिेंसा में 56 पुलिसकर्मी घायल
मीडिया को संबोधित करते हुए दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि हिंसा में कुल 56 पुलिसकर्मी और 130 सामान्य नागरिक घायल हुए हैं। DCP शहादरा को गंभीर चोटें आई हैं। दूसरी तरफ सभी पार्टियों ने शांति बनाए रखने की अपील की है।
मुलाकात
घायलों से मिले केजरीवाल और सिसोदिया
दिल्ली के लोगों से शांति की अपील करते हुए केजरीवाल और उनके विधायक कुछ देर तक राजघाट पर बैठे थे। इसके बाद केजरीवाल और सिसोदिया ने अस्पताल जाकर हिंसा में घायल हुए लोगों से मुलाकात की थी।
केजरीवाल बुराड़ी जाकर मृत पुलिसकर्मी रतनलाल के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे।
वहीं दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने अस्पताल जाकर हिंसा में घायल हुए DCP अमित शर्मा से मुलाकात की।
शुरुआत
कैसे शुरू हुई हिंसा?
शनिवार रात को जाफराबाद में लगभग 500 महिलाएं नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में सड़क पर धरने पर बैठ गईं थीं।
इसके विरोध में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने CAA समर्थकों से रविवार दोपहर तीन बजे मौजपुर चौक पर इकट्ठा होने को आह्वान किया।
इसके बाद मौजपुर में CAA समर्थकों और विरोधियों के बीच पत्थरबाजी हुई।
शाम को मिश्रा ने एक वीडियो भी ट्वीट किया जिसमें वो पुलिस को तीन दिन में सड़कें खाली कराने का "अल्टीमेटम" दे रहे हैं।
हिंसा
सोमवार को फिर हुई हिंसा
इसके बाद सोमवार को उत्तर-पूर्व के कई इलाकों में फिर से हिंसा हुई।
दोपहर 12 बजे के करीब CAA समर्थकों और विरोधियों ने मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास एक-दूसरे पर पत्थर फेंके।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर स्थिति पर काबू पाया, लेकिन करीब 2 बजे CAA समर्थक जाफराबाद मेट्रो स्टेशन की तरफ बढ़ने लगे जहां महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं, वहीं जाफराबाद की तरफ से CAA विरोधी उनकी तरफ आए और दोनों गुटों के बीच टकराव हुआ।