कोरोना वायरस: दिल्ली में 50 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी, जिम-क्लब्स भी बंद
कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच दिल्ली सरकार ने 50 से अधिक लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी है। शादियों को इस नियम से छूट दी गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस को लेकर की गई अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये ऐलान किया। उन्होंने लोगों से अगर संभव हो तो शादियों को टालने की अपील भी की। बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस के सात मामले सामने आ चुके हैं।
महामारी रोग अधिनियम, 1897 का उपयोग कर लगाई गईं पाबंदियां
नई पाबंदियों का ऐलान करते हुए केजरीवाल ने कहा कि महामारी रोग अधिनियम, 1897 का उपयोग करते हुए 50 से अधिक लोगों की किसी भी सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक सभा पर प्रतिबंध लगाया गया है। केजरीवाल ने 31 मार्च तक सभी जिमों, नाइट क्लब्स और स्पा को बंद रखने के भी आदेश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार स्कूलों, कॉलेजों और स्विमिंग पूल को बंद करने का आदेश पहले ही दे चुकी है।
रोज सैनिटाइज होंगे शॉपिंग मॉल्स
इसके अलावा साप्ताहिक बाजारों और सिनेमाघरों को भी 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। वहीं शॉपिंग माल्स को रोजाना सैनिटाइजेशन किया जाएगा। मॉल्स और दुकानों के बाहर सैनिटाइजर्स रखे जाएंगे और इनसे हाथ साफ किए बिना प्रवेश की इजाजत नहीं होगी।
खराब स्थिति के लिए पहले से ही तैयारी कर रही है दिल्ली सरकार- केजरीवाल
इस दौरान केजरीवाल ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए दिल्ली सरकार की अन्य तैयारियों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि अगर बड़ी संख्या में लोग कोरोना वायरस से संक्रमित होते हैं तो एहतियातन तौर पर प्रशासन ऐसी स्थिति के लिए तैयार है। उन्होंने बताया, "500 बेड को बड़ी संख्या में मरीजों के भर्ती होने की स्थिति के लिए बचाकर रखा गया है...पैसे देकर एकांत में रहने के लिए तीन होटलों का चयन किया गया है।"
भारत में अब तक 110 मामले
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के अब तक 110 मामले सामने आ चुके हैं और दो लोगों की इससे मौत हो चुकी है। मरने वालों में दिल्ली की एक महिला और कर्नाटक का एक शख्स शामिल हैं। दोनों की उम्र 60 वर्ष से अधिक थी। सबसे ज्यादा 38 मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं, वहीं केरल दूसरे स्थान पर है जहां 22 मामले सामने आ चुके हैं।
केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर उठा रहीं कदम
वायरस से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर कदम उठी रही हैं। केंद्र सरकार ने विदेशी नागरिकों के 15 अप्रैल तक के सभी वीजाओं को रद्द कर दिया है। इसके अलावा विदेश से लौट रहे भारतीयों को एयरपोर्ट में एकांत में रखा जाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा कई राज्यों में स्कूल, कॉलेज समेत तमाम ऐसी जगहों को बंद कर दिया गया है जहां लोग इकट्ठा हो सकते हैं।