
मनोज तिवारी बोले- भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं को न लड़ने दिया जाए चुनाव
क्या है खबर?
अपने एक इंटरव्यू में दिल्ली विधानसभा चुनाव के बारे में बात करते हुए दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने अपनी पार्टी के कुछ नेताओं के भड़काऊ बयान देने की बात स्वीकार की।
उन्होंने कहा कि जब भी भाजपा नेताओं की तरफ से भड़काऊ बयान दिया गया, पार्टी ने उसकी निंदा की।
भड़काऊ बयानबाजी के कारण हार की बात स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि जो भी नेता भड़काऊ बयान दे उसे हमेशा के लिए हटा दिया जाना चाहिए।
पृष्ठभूमि
भाजपा नेताओं ने जमकर दिए थे भड़काऊ बयान
दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं ने जमकर भड़काऊ बयान दिए थे।
पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा ने जहां एक तरफ शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के दिल्लीवालों के घरों में घुसकर उनकी बहन-बेटियों का रेप करने की बात कही, वहीं दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी कह डाला।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी केजरीवाल को आतंकवादी बोला।
वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भीड़ से "देश के गद्दारों को, गोली मारों सालों को" के नारे लगवाए।
जानकारी
भड़काऊ बयानबाजी नहीं आई भाजपा के काम
हालांकि इतनी भड़काऊ बयानबाजी भी भाजपा के काम नहीं आई और दो दशक बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करने का उसका सपना पूरा नहीं हो पाया। उसे मात्र आठ सीटें मिलीं और बाकी 62 सीटों पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने जीत दर्ज की।
इंटरव्यू
मनोज तिवारी बोले, हम भड़काऊ बयानों का समर्थन नहीं करते
अब 'इंडियन एक्सप्रेस' के साथ इंटरव्यू में इन भड़काऊ बयानों के बारे में बात करते हुए मनोज तिवारी ने इन्हें गलत बताया।
उन्होंने कहा, "हां, भड़काऊ बयान दिए गए थे और हम उनका समर्थन नहीं करते। जब हमारी तरफ से ऐसा किया गया तो हमने इन बयानों की निंदा की और बयान देने वालों की खिंचाई की। हम शाहीन बाग में बैठे प्रदर्शनकारियों और लोगों के भड़काऊ बयानों की भी निंदा करते हैं।"
बयान
प्रकाश वर्मा और जावड़ेकर के बयान पर ये बोले तिवारी
प्रवेश वर्मा के केजरीवाल को आतंकवादी बुलाने के सवाल पर तिवारी ने कहा कि उन्होंने चुनाव से पहले ही इस बयान की निंदा की थी और प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी ऐसा किया।
वहीं जावड़ेकर के वर्मा के बयान को सही ठहराने पर उन्होंने कहा, "वो मेरे बगल में बैठे थे और ऐसा कहा... कुछ भी संदर्भ रहा हो, ये एक भड़काऊ बयान था और हमारी पार्टी को इसकी वजह से हार का सामना करना पड़ा।"
बयान
अमित शाह भी कह चुके हैं भड़काऊ बयानों से नुकसान की बात
इससे पहले एक इंटरव्यू में गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा था कि भाजपा नेताओं द्वारा 'गोली मारो' और 'भारत वर्सेज पाकिस्तान' जैसे बयान नहीं दिए जाने चाहिए थे और हो सकता है कि पार्टी को इनकी वजह से नुकसान उठाना पड़ा हो।
सुझाव
"भड़काऊ भाषण देने वालों को चुनाव न लड़ने दिया जाए"
पिछले साल दिसंबर में नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में कनॉट प्लेस में हुई रैली के दौरान भाजपा नेता कपिल मिश्रा के "गोली मारो" के नारे लगाने के सवाल पर तिवारी ने कहा, "जब उन्होंने ये नारे लगाए तब मुझे इनकी जानकारी नहीं मिली। मैं चाहता हूं कि जो ऐसे बयान दें उन्हें हमेशा के लिए हटा दिया जाए। एक ऐसी व्यवस्था बनाई जाए जहां भड़काऊ बयान देने वाले लोगों का (चुनाव लड़ने का) कानूनी अधिकार चला जाए।"
अमित शाह बयान
अमित शाह के करंट वाले बयान पर ये बोले तिवारी
अमित शाह का "इतनी जोर से बटन दबाना कि करंट शाहीन बाग तक पहुंचे" वाला बयान भड़काऊ बयानों में आता है या नहीं, इसके जबाव में तिवारी ने कहा, "क्या शाहीन बाग के बारे में भ्रम फैला रहे लोगों को करंट नहीं लगा चाहिए? एक बच्चा ठंड में मर गया। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? हम वहां बैठे लोगों से कुछ नहीं कह रहे हैं, वे भ्रम में हैं। CAA के जरिए किसी की नागरिकता नहीं ली जा रही है।"
हार के कारण
"सबके मिलकर लिया था मुख्यमंत्री चेहरा न घोषित करने का फैसला"
अरविंद केजरीवाल के मुकाबले कोई चेहरा न होने के कारण चुनाव हारने पर तिवारी ने कहा, "हमें मुख्यमंत्री का चेहरा सामने रखना चाहिए या नहीं, इस पर अक्सर चर्चा होती थी। ऐसा न करना सबका फैसला था। नतीजा हमारे सामने है।"
उन्होंने महिलाओं को बस में मुफ्त सफर समेत अन्य तरह की मुफ्त सुविधाएं को AAP की जीत का कारण बताते हुए कहा कि इससे उन्हें वोटरों से जुड़ने में मदद मिली।