दिल्ली में वायु प्रदूषण 'गंभीर' स्तर पर, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
क्या है खबर?
दिल्ली में वायु प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को लगातार चौथे दिन भी राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई।
शहर के अधिकांश इलाकों में आज सुबह 7:00 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 450 अंक से ऊपर दर्ज किया गया।
इस बीच दिल्ली सरकार ने बढ़ते प्रदूषण की स्थिति और कार्य योजनाओं को लागू करने को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।
प्रदूषण
दिल्ली में कहां और कितना प्रदूषण?
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सोमवार सुबह आरके पुरम में 464, रोहिणी में 478, बवाना में 478, द्वारका सेक्टर 8 में 461, ITO में 401, जहांगीरपुरी में 475, मुंडका में 466 AQI दर्ज किया गया।
बता दें कि 0-50 के बीच AQI 'अच्छा', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101-200 के बीच 'मध्यम', 201-300 के बीच 'खराब', 301-400 के बीच ' बेहद खराब', 401-500 के बीच 'गंभीर' और इससे ऊपर खतरनाक होता है।
बैठक
मुख्यमंत्री ने बुलाई GRAP-4 को लागू करने को लेकर बैठक
दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए रविवार से दिल्ली-NCR क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का अंतिम और चौथा चरण लागू किया गया है। GRAP-4 तब लागू होता है, जब AQI 450 अंक से ऊपर पहुंच जाता है।
इस बीच GRAP-4 के तहत 8 सूत्रीय कार्ययोजना और पांबदियों को सख्ती से लागू करने को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दोपहर 12:00 बजे सचिवालय में संबंधित अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।
पाबंदियां
GRAP-4 के तहत ये पाबंदियां लागू
दिल्ली-NCR में GRAP का चौथा चरण लागू हो गया है। इसके तहत दिल्ली में गैर-जरूरी ट्रकों की आवाजाही पर प्रतिबंध, गैर-जरूरी निर्माण कार्य पर रोक और सरकारी और निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति के निर्देश शामिल हैं।
इसके अलावा दिल्ली सरकार कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने, गैर-आपातकालीन वाणिज्यिक गतिविधियों रोकने और ऑड-ईवन आधार पर वाहनों को चलाने की अनुमति देने जैसे अधिक आपातकालीन उपायों को लागू करने पर विचार कर सकती है।
दिल्ली
दिल्ली में 10 नवंबर तक सभी प्राथमिक स्कूल बंद
इससे पहले रविवार को दिल्ली सरकार ने गंभीर वायु प्रदूषण के कारण सभी प्राथमिक स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया था। दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी थी।
केंद्र ने दिल्लीवासियों से GRAP-4 को लागू करने में सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि बच्चे, बुजुर्ग और सांस संबंधी बीमारियों वाले लोग बाहरी गतिविधियों से बचें और जितना संभव हो, घर के अंदर रहें।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के पीछे आसपास के राज्यों में पराली जलाना एक प्रमुख कारण है। इस साल दिल्ली से सटे राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं में 82 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। हाल में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर पराली जलाने पर नियंत्रण के लिए कार्रवाई का आग्रह किया था।