'नमो भारत' के नाम से जानी जाएगी देश की पहली रैपिड रेल, शुक्रवार को उद्घाटन
दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली देश की पहली रैपिड रेल अब 'नमो भारत' कहलाएगी। पहले इसे 'रैपिडएक्स' नाम देने का निर्णय लिया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड रेल परियोजना के तहत ट्रेन के प्रथम चरण का उद्घाटन करेंगे। नाम बदलने का फैसला भारतीय रेलवे ने उद्घाटन से एक दिन पहले लिया। पहले चरण के तहत ट्रेन साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर तक चलेगी। यह दूरी लोग 15-17 मिनट में तय करेंगे।
पहले चरण में पड़ेंगे 5 स्टेशन
पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई तक 5 स्टेशन पड़ेंगे, जिनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई शामिल हैं। रैपिड रेल में 2 स्टेशनों के बीच न्यूनतम किराया 20 रुपये रखा गया है, जबकि प्रीमियम क्लास में 2 स्टेशन के बीच किराया 40 रुपये होगा। 17 किलोमीटर तक न्यूनतम किराया 50 रुपये तक हो सकता है। शुक्रवार को ट्रेन के उद्घाटन के बाद इसे आम यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। बाकी के चरणों को भी जल्द पूरा किया जाएगा।
रैपिड रेल परियोजना के बारे में जानें
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल परियोजना 2019 में 30,274 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हुई थी। इसका 82 किलोमीटर का कार्य 2025 तक पूरा होगा। रेल 180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने के लिए डिजाइन है, लेकिन परीक्षण 160 पर किया गया। इसकी औसत गति 100 किमी प्रतिघंटा रहेगी। ट्रेन चलने पर 50 मिनट में लोग दिल्ली से मेरठ पहुंच सकेंगे। अभी करीब 8 लाख लोग मेरठ से दिल्ली आते-जाते हैं। इसमें 50 प्रतिशत से अधिक महिला कर्मचारी होंगी।