वायुसेना प्रमुख ने कहा- वायुसेना सिर्फ टारगेट उड़ाती है, मरने वालों की गिनती नहीं करती
भारतीय वायुसेना (IAF) द्वारा 26 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मरे, इस पर जमकर राजनीति हो रही है। इस बीच वायुेसना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि वायुसेना स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या के बारे में कुछ नहीं कह सकती। उन्होंने कहा कि यह सरकार का काम है कि वह पता लगाए कि हमले में कितने आतंकी मारे गए।
'वायुसेना मरने वालों की गिनती नहीं करती'
वायुसेना प्रमुख ने कहा, "वायुसेना हमले में मारे गए आतंकियों की संख्या स्पष्ट करने की स्थिति में नहीं है। इसकी सरकार पुष्टि कर सकती है। हम मरने वालों की गिनती नहीं करते, बल्कि यह गिनते हैं कि हम टारगेट पर लक्ष्य साधने में कामयाब रहे या नहीं। गिनती करना सरकार का काम है।" उन्होंने कहा कि वह अपने टारगेट को निशाना बनाने में सफल रहे और अगर हमने जंगल में बम गिराए होते तो पाकिस्तान प्रतिक्रिया क्यों देता।
वायुसेना मरने वालों की गिनती नहीं करती- वायुसेना प्रमुख
'मिग 21 एक सक्षम विमान'
मिग विमान का इस्तेमाल किए जाने पर वायुसेना प्रमुख ने कहा, "योजनाबद्ध ऑपरेशन में आप योजना के हिसाब से चीजें कर सकते हो। लेकिन जब दुश्मन आप पर हमला करता है तो हर उपलब्ध विमान जबाव देने के लिए लगाया जाता है, चाहे वो कोई भी विमान हो। हर विमान दुश्मन को जबाव देने में सक्षम है।" उन्होंने कहा, "मिग 21 बाइसन एक सक्षम विमान है। इसे अपग्रेड किया गया है। इसमें बेहतर रडार, एयर-टू-एयर मिसाइल और हथियार सिस्टम है।"
मिग 21 पर वायुसेना प्रमुख का बयान
फिट होने के बाद लड़ाकू विमान उड़ा सकेंगे अभिनंदन
वायुसेना प्रमुख ने इस दौरान कहा कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान का फिर से लड़ाकू विमान उड़़ा पाना उनकी मेडिकल रिपोर्ट पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, "अभिनंदन उड़ान भर पाते हैं या नहीं, यह उनकी मेडिकल फिटनेस पर तय करेगा। इसलिए इजेक्शन के बाद उनकी मेडिकल जांच हुई।" उन्होंने कहा कि अभिनंदन को जिस भी उपचार की जरूरत होगी, वह दिया जाएगा और पूरी तरह से फिट होने के बाद वह फिर से लड़ाकू विमान की कॉकपिट में बैठ सकेंगे।
फिट होने पर फिर से उड़ान भर सकेंगे अभिनंदन
एयर स्ट्राइक पर हो रही जमकर राजनीति
एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या के बारे में कोई स्पष्ट और पुख्ता जानकारी न होने के कारण इस पर जमकर राजनीति हो रही है। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने जहां दावा किया है कि हमले में 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए। वहीं, कांग्रेस ने जबाव में कहा कि हमले में मारे गए आतंकियों की संख्या के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है और शाह सैनिकों के बलिदान पर राजनीति कर रहे हैं।
वायुसेना ने बरसाए थे आतंकी ठिकानों पर बम
पुलवामा हमले का बदला लेते हुए भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी की सुबह पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। भारत की तरफ से मिराज 2000 विमानों ने आतंकी कैंपों को निशाना बनाते हुए बम बरसाए थे। सरकार ने इस कार्रवाई को Non-Military Pre-Emptive action बताया था। इस कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया था। पाकिस्तान ने भी इससे अगले दिन भारतीय सीमा में घुसकर बम गिराए थे।