मार्च तक 80 प्रतिशत भारतीय वयस्कों को लग सकती है कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराकें- रिपोर्ट
भारत में इस साल नवंबर तक 40 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोरोना वायरस वैक्सीन की दोनों खुराकें लग सकती हैं। यस सिक्योरिटीज ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है। इसमें कहा गया है कि जनवरी, 2022 तक यह आंकड़ा बढ़कर 60 प्रतिशत हो सकता है, वहीं मार्च के अंत तक 80 प्रतिशत वयस्कों को दोनों खुराकें लग सकती हैं। यह अनुमान ऐसे समय पर लगाया गया है जब देश में वैक्सीनेशन बेहद धीमी रफ्तार से चल रहा है।
जून के अंत तक धीमी रहेगी वैक्सीनेशन की रफ्तार- रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैक्सीनेशन की यह धीमी रफ्तार अगले महीने के अंत तक बनी रह सकती है और कच्चे माल की कमी के कारण वैक्सीन की किल्लत रहेगी। रिपोर्ट के अनुसार, वैक्सीन की गंभीर किल्लत होने पर पहली खुराकें लगना लगभग बंद हो सकती हैं और लगभग 7.5 करोड़ आबादी को दूसरी खुराक लगाए जाने को प्राथमिकता दी जा सकती है। इससे भविष्य में वैक्सीनेशन का रन रेट खराब होगा।
जून के बाद वैक्सीन के उत्पादन में वृद्धि आने का अनुमान
रिपोर्ट में जून के बाद वैक्सीनेशन के उत्पादन में वृद्धि आने का अनुमान लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि अगले 45 दिन में अमेरिका की 80 प्रतिशत आबादी का पूरी तरह वैक्सीनेशन हो सकता है जिसके बाद वह वैक्सीन के कच्चे माल पर लगी पाबंदियों को हटा सकता है। इस कच्चे माल को भारत में आयात किया जा सकेगा और वैक्सीनों के उत्पादन में तेजी लाई जा सकेगी।
सरकारी मदद से भी मिलेगी वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने में सहायता
इसके अलावा वैक्सीन निर्माता कंपनियों को दी गई आर्थिक मदद से भी उत्पादन में तेजी आने का अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को मिली 30 अरब रुपये की सरकारी मदद उत्पादन की क्षमता में वृद्धि लाने में कंपनी की मदद करेगी। जुलाई तक कंपनी प्रति महीने 10 करोड़ खुराकें बना सकेगी। वहीं 650 करोड़ रुपये की सरकारी मदद से भारत बायोटेक अपनी वार्षिक उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 70 करोड़ खुराक कर सकेगी।
70 प्रतिशत आबादी को पहली खुराक लगाने के बाद बदली जाएगी रणनीति
रिपोर्ट में कहा गया है कि 70 प्रतिशत आबादी को पहली खुराक लगाने के बाद 60 प्रतिशत वैक्सीन सप्लाई का दूसरी खुराक के लिए प्रयोग किया जाएगा। दूसरी लहर से बाजार पर ऩकारात्मक प्रभाव पड़ने का अनुमान भी लगाया गया है।
दिसंबर तक भारत के पास होंगी सभी नागरिकों को वैक्सीन लगाने लायक खुराकें- शीर्ष अधिकारी
बता दें कि पिछले हफ्ते ही कोविड-19 राष्ट्रीय टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ विनोद कुमार पॉल ने कहा था कि दिसंबर तक भारत के पास अपने सभी नागरिकों को वैक्सीन लगाने लायक खुराकें होंगी। उन्होंने कहा था, "अगस्त से दिसंबर के बीच भारत में भारतीयों के लिए 216 करोड़ खुराकें उत्पादित की जाएंगी। इस बात पर कोई शंका नहीं होनी चाहिए कि आगे चलने पर हम सभी के लिए वैक्सीन उपलब्ध होगी।"
भारत में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति?
देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 18,29,26,460 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 14,11,47,770 लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की एक ही खुराक लगी है, वहीं 4,17,78,690 लोगों को दोनों खुराकें लगाई जा सकती हैं। पिछले 24 घंटे में मात्र 6,91,211 खुराकें लगाई गईं। देश में वैक्सीनेशन अभियान को 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए खोल दिया गया है और अब 18 साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति वैक्सीन लगवा सकता है।