टोक्यो ओलंपिक रद्द करने के लिए सब्मिट हुई पेटिशन, मिले 3.5 लाख से अधिक सिग्नेचर
क्या है खबर?
टोक्यो ओलंपिक को रद्द करने के लिए शुक्रवार को शहर के गवर्नर को साढ़े तीन लाख से अधिक सिग्नेचर वाली पेटिशन सब्मिट की गई। इस महीने की शुरुआत में वकील केंजी उत्सुनोमिया ने "Cancel the Tokyo Olympics to protect our lives" नामक ऑनलाइन पेटिशन की शुरुआत की थी।
जापान में Change.org प्लेटफॉर्म पर इस पेटिशन ने किसी अन्य पेटिशन के मुकाबले काफी तेज सिग्नेटर हासिल किए।
आइए जानते हैं पूरी खबर।
जान की अहमियत
आयोजकों से की गई जान को अहमियत देने की मांग
'Stop Tokyo Olympics' कैंपेन की शुरुआत करने वाले उत्सुनोमिया ने कहा कि मेरे ख्याल से इस बार का ओलंपिक इस तरह का है कि या तो हम जीवन को अहमियत दें या फिर ओलंपिक नामक सेरेमनी को।
उन्होंने आगे कहा, "हम उस स्थिति में नहीं है तो इस कारण गेम्स को रद्द किया जाना चाहिए। यदि ओलंपिक का आयोजन होता है तो फिर अनमोल चिकित्सीय संसाधनों को उसमें लगाना होगा।"
कोराना वायरस
कोरोना की चौथी लहर झेल रहा है जापान
टोक्यो गेम्स को रद्द करने के लिए पेटिशन को इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) और इंटरनेशनल पैरालंपिक कमेटी (IPC) के साथ ही लोकल आयोजकों और सरकार को भी भेजा गया।
जापान कोरोना की चौथी लहर झेल रहा है और टोक्यो, ओशाका के साथ ही चार अन्य राज्य स्टेट ऑफ इमरजेंसी में हैं। फिलहाल ओलंपिक की शुरुआत 23 जुलाई को होनी है। ओशाका में मामले इतने तेजी से बढ़ रहे हैं कि अस्पताल में बेड कम पड़ने लगे हैं।
खेलों का आयोजन
महामारी में खेलों का सुरक्षित आयोजन असंभव
उत्सुनोमिया ने चेतावनी दी है कि खेलों का आयोजन करने का मतलब होगा कि अनमोल चिकित्सीय संसाधनों को इसमें लगाना पड़ेगा। बीते गुरुवार को डॉक्टर्स के एक संगठन ने कहा कि महामारी के दौर में खेलों को सुरक्षित रूप से आयोजित करना असंभव होगा।
हालांकि, आयोजकों का मानना है कि कोरोना से लड़ने वाली वैक्सीन एथलीट्स को खेलों के दौरान इससे बचाने में कारगर साबित होने वाली है।
चिंता
कई जापानी एथलीट्स ने जाहिर की है चिंता
खेलों के विरुद्ध चलाए जा रहे कैंपेन पर टोक्यो के गवर्नर यूरिको कोइको ने कहा कि वह सुरक्षित ओलंपिक का आयोजन करने की पूरी कोशिश कर रही हैं। लगातार मिल रहे भरोसे के बावजूद टेनिस खिलाडी़ नेओमी ओसाका के अलावा कई अन्य जापानी एथलीट्स ने सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है।
प्री-गेम्स इवेंट होस्ट करने के लिए शेड्यूल किए गए शहरों ने अपने हाथ अभी से पीछे खींच लिए हैं।