केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली में 3 दक्षिणी राज्यों का प्रदर्शन, वित्तीय अन्याय का आरोप लगाया
क्या है खबर?
केंद्र सरकार और दक्षिणी राज्यों के बीच का टकराव बढ़ता जा रहा है। आज कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के नेता कथित 'वित्तीय अन्याय' के खिलाफ दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया समेत कर्नाटक के नेताओं ने बुधवार को ही जंतर-मंतर पर प्रदर्शन शुरू कर दिया था और आज मुख्यमंत्री पिनरई विजयन समेत केरल के नेता भी यहां प्रदर्शन करेंगे।
तमिलनाडु के सांसद संसद में प्रदर्शन करेंगे।
इनके समर्थन में दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्री भी उतर सकते हैं।
मामला
क्या है मामला?
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश किए जाने के बाद से केंद्र बनाम राज्य विवाद गरमा गया है।
दावा है कि गैर-भाजपा शासित राज्यों, विशेष रूप से दक्षिणी राज्यों को कम पैसे दिए जा रहे हैं।
कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल ने आरोप लगाया है कि पहले उन्हें केंद्र सरकार से जितना पैसा मिलता था, अभी उससे काफी कम पैसा मिल रहा है, जबकि उनका कमाई में बड़ा योगदान है।
केरल सरकार
पूरी केरल सरकार जंतर-मंतर पर
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) के पूरे मंत्रिमंडल के साथ आज सुबह 11 बजे से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
LDF संयोजक ईपी जयराजन ने कहा, "हम लोगों की मांग उठा रहे हैं। कल कर्नाटक था, आज केरल है, कल अन्य राज्य भी आएंगे।"
हालांकि, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) ने विजयन के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया गया था, लेकिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन उनके समर्थन में हैं।
जानकारी
विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए फारूक अब्दुल्ला, विजयन का केंद्र पर बड़ा आरोप
जंतर-मंतर पर केरल सरकार के विरोध-प्रदर्शन में जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हो गए हैं। प्रदर्शन के दौरान केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने कहा, "केंद्र राज्यों की राय के बिना निर्णय ले रहा है।"
तमिलनाडु
तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी संसद परिसर में करेगी प्रदर्शन
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी राज्यों के प्रति केंद्र की कथित 'उपेक्षा' के खिलाफ तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) और उसकी सहयोगी पार्टियों के सांसद आज संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास विरोध-प्रदर्शन करेंगे।
न्यूज 18 ने सूत्रों के हवाले से बताया कि संभावना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी विरोध-प्रदर्शन में विजयन के साथ शामिल होंगे।
केरल सरकार
केरल सरकार ने विरोध के पीछे क्या कारण बताया?
विजयन ने दिल्ली में अपने कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा, "आंदोलन का उद्देश्य केवल केरल ही नहीं, बल्कि सभी राज्यों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना और अपना हक हासिल करना है।"
राज्य के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल ने केंद्र पर केरल की उधारी में कटौती के भी आरोप लगाए।
केरल सरकार ने अपने बजट में केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह दक्षिणी राज्य को उसके इतिहास के सबसे खराब वित्तीय संकट की ओर धकेल रही है।
कर्नाटक सरकार
कर्नाटक सरकार ने विरोध के पीछे क्या कारण बताए?
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा, "यह कोई राजनीतिक विरोध नहीं है। यह केंद्र के सौतेले व्यवहार के खिलाफ है।"
कर्नाटक सरकार का दावा है कि केंद्र सरकार द्वारा धन आवंटित करने में असमानता के कारण उसे 1.87 लाख करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, "हम अपना अधिकार मांग रहे हैं, हम अपना हिस्सा मांग रहे हैं। कर्नाटक सरकार ने केंद्र से सूखा राहत कोष मांगा था, लेकिन एक रुपया तक नहीं दिया गया।"
विरोध
बेंगलुरू में कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा ने शुरू किया प्रदर्शन
इस बीच आज भाजपा ने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की "विफलताओं" को उजागर करने के लिए बेंगलुरु में विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
हाथों में तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने सूखा प्रभावित किसानों को राहत और दूध उत्पादकों को प्रोत्साहन देने में कथित तौर पर विफल रहने के लिए कांग्रेस सरकार की निंदा की और नारे लगाए।
रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में विधानसभा के बाहर भाजपा नेताओं और पुलिस अधिकारियों के बीच झड़प भी हुई।