
चक्रवात 'मिचौंग' तबाही मचाकर कमजोर हुआ; 17 लोगों की मौत, 40 लाख से अधिक प्रभावित
क्या है खबर?
चक्रवात 'मिचौंग' भारी तबाही मचाने के बाद कमजोर होकर मध्य तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, अभी चक्रवाती तूफान बापटला से लगभग 100 किमी उत्तर-उत्तर-पश्चिम और खम्मम से 50 किमी दक्षिण-पूर्व में केंद्रित है।
अनुमान है कि तूफान अगले 6 घंटों में और कमजोर हो जाएगा और इससे अगले 6 घंटे में कम दबाव वाले क्षेत्र में बदल जाएगा।
बारिश
चक्रवात के कारण दक्षिण भारत में भारी बारिश
चक्रवात के कारण दक्षिण भारत में भारी बारिश देखने को मिली। आंध्र प्रदेश के तिरुपति में 7 और नेल्लोर में 3 स्थानों पर मंगलवार को 200 मिमी से अधिक वर्षा हुई। नेल्लोर के मनुबोलू में 366.5 मिमी बारिश हुई।
मंगलवार रात को ओडिशा के दक्षिणी जिलों को भी अलर्ट किया गया था।
मौसम विभाग ने बुधवार को विशाखापटनम, विजयनगरम, अल्लूरी सीतारमा राजू, अनाकापल्ली, काकीनाडा, कोनसीमा और एलुरु जिलों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी बारिश होने की भविष्यवाणी की है।
बारिश
आंध्र के कई गांव जलमग्न हुए
मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पिछले 2 दिनों में आंध्र के दक्षिण तटीय शहरों में ऊंची लहरें उठने से पूरे गांव जलमग्न हो गए और सभी परिवहन रुक गए। इससे करीब 3.9 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
चक्रवात ने आंध्र में हजारों एकड़ खड़ी फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचाया है। तूफान के कारण यहां एक बच्चे की भी मौत हुई है।
IMD के अनुसार, ओडिशा में बुधवार शाम तक बारिश जारी रहेगी।
तबाही
चक्रवात 'मिचौंग' से क्या-क्या नुकसान हुआ?
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, चक्रवात के कारण 770 किलोमीटर लंबी सड़कों को नुकसान पहुंचा, 35 पेड़ उखड़ गए और 3 मवेशियों की मौत हो गई।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, मिचौंग के प्रभाव से 194 गांवों और 2 कस्बों के लगभग 40 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से 10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
मौत
चेन्नई में 16 लोगों की मौत
चक्रवात के कारण आई बाढ़ के कारण चेन्नई में मंगलवार को 8 और आज 6 लोगों की मौत हो गई।
सोमवार को भी भारी बारिश से चेन्नई में दीवार गिरने से 2 लोगों की मौत हुई थी।
लगातार बारिश से चेन्नई में जलभराव के कारण 61,000 से अधिक लोगों को सरकारी आश्रयों में शरण लेनी पड़ी है।
5 दिसंबर को बापटला के पास आंध्र तट पर तीव्र बारिश और 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी।
मदद
तमिलनाडु ने केंद्र से मांगी मदद
आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु दोनों राज्यों में 70 से अधिक उड़ानें और करीब 2,000 ट्रेनों के संचालन को रद्द करना पड़ा। बारिश के चलते चेन्नई में 21 विमान और 1,500 से अधिक यात्री फंस गए।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर चेन्नई और उसके पड़ोसी जिलों के लिए 5,060 करोड़ रुपये की अंतरिम वित्तीय सहायता की मांग की।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, चेन्नई के निचले इलाके पानी में डूब गए हैं।