पश्चिम बंगाल: राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेशाध्यक्ष के सामने भाजपा के दो गुटों में भिड़ंत, फेंकी कुर्सियां
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद अब भाजपा में आपसी कलह की चिंगारी फूट पड़ी है। पश्चिम बर्धमान जिले में राज्य के पार्टी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और उनके पूर्ववर्ती तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष के सामने ही भाजपा के दो गुटों में भिड़ंत हो गई। इस दौरान दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई और उन्होंने एक-दूसरे पर कुर्सियां भी फेंकी। इधर, दोनों नेताओं ने घटना के लिए तृणमूल कांग्रेस (TMC) को जिम्मेदार ठहराया है।
भाजपा के एक गुट ने लगाए दिलीप घोष के खिलाफ नारे
NDTV के अनुसार, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मजूमदार और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोष शुक्रवार को कटवा के दाईहाट में संगठन की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं के एक गुट ने घोष के खिलाफ नारे लगाना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के बााद जब पार्टी के आम कार्यकर्ता TMC के घातक हमलों का सामना कर रहे थे तब घोष ने प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए भी उनकी कोई मदद नहीं की।
दूसरे गुट के बीच में आने पर शुरू हुआ झगड़ा
एक गुट के विरोध के बीच दूसरे गुट के कार्यकर्ताओं ने बीच में आकर विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को वहां से भगाने का प्रयास किया। इसके चलते दोनों गुटों में हिंसक झड़प हो गई। दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई और उन्होंने एक-दूसरे पर वहां लगी कुर्सियां भी फेंकना शुरू कर दिया। इसके बाद जिला स्तरी पदाधिकारियों ने दोनों गुटों को कार्यकर्ताओं को समझाकर झगड़े को रोका, लेकिन कार्यकर्ताओं में रोष भरा रहा।
बैठक में समस्या खड़ी करने के लिए TMC ने भेजे एजेंट- मजूमदार
पश्चिम बर्धमान की घटना के लिए TMC को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदेशाध्यक्ष मजूमदार ने मीडिया से कहा, "बैठक में समस्या खड़ी करने के लिए तृणमूल कांग्रेस ने अपने एजेंट भेजे थे। हमने समस्या पैदा करने वालों की पहचान कर ली है।" जब उनसे कहा गया कि दोनों पक्ष भाजपा के ही थे तो मजूमदार ने कहा, "अगर इस पूरी घटना में हमारा कार्यकर्ता शामिल पाया जाता है तो उसके खिलाफ आवश्यक रूप से कार्रवाई होगी।"
विरोध करने वाले नहीं हैं सच्चे भाजपा कार्यकर्ता- घोष
इसी तरह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोष ने कहा, "जो प्रदर्शन कर रहे थे वो पार्टी में विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस से आए हैं और वो सच्चे भाजपा कार्यकर्ता नहीं हैं। हमें उनकी अपनी पार्टी में जरूरत नहीं है।" इधर, जिला स्तरीय TMC नेता ने भाजपा के आरोपों को नकारते हुए कहा कि भाजपा के भीतर की लड़ाई अब सार्वजनिक हो गई है। असंतोष रोकने और अपने घर को व्यवस्थित रखने में असमर्थ भाजपा TMC को दोष दे रही है।