बीरभूम हिंसा: ममता ने किया प्रभावित गांव का दौरा, निर्देश के बाद TMC ब्लॉक प्रमुख गिरफ्तार
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज बीरभूम जिले के हिंसा प्रभावित गांव बोगतुई गांव का दौरा किया। मंगलवार को गांव में आठ लोगों को जिंदा जला दिया गया था।
ममता ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया।
उन्होंने मुख्य आरोपी माने जा रहे तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक प्रमुख अनारुल शेख को गिरफ्तार करने का निर्देश भी दिया। निर्देश के बाद शेख को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
बयान
ममता बोलीं- परिजन आपके मारे गए, दिल मेरा टूटा है
मृतकों के परिजनों और संबंधियों से घिरी ममता ने कहा, "मुझे कभी नहीं सोचा था कि आधुनिक बंगाल में इतनी बर्बरता हो सकती है। मांओं और बच्चों को मारा गया। परिजन आपके मरे हैं, लेकिन दिल मेरा टूटा है।"
एक बड़ी साजिश की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इन हत्याओं के बीछ कुछ बड़ा है। कड़ी कार्रवाई का मांग करते हुए उन्होंने पुलिस से सभी दृष्टिकोण से मामले की जांच करने को कहा।
निर्देश
दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का भी निर्देश
ममता ने परिजनों के सामने ही एक पुलिस अधिकारी को बुलाया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा, "मुझे बहाने नहीं चाहिए कि लोग भाग गए। मुझे जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी और लापरवाही के लिए पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई चाहिए। पुलिस को संभावित हमलों से बचाने के लिए गवाहों को सुरक्षा देनी चाहिए।"
उन्होंने हमले में जले घरों के पुनर्निर्माण के लिए दो लाख रुपये और प्रभावित परिवारों को नौकरी का वादा भी किया।
पृष्ठभूमि
बीरभूम में क्या हुआ था?
बीरभूमि के रामपुरहट इलाके के बोगतुई गांव में मंगलवार सुबह एक उग्र भीड़ ने देसी बमों से कुछ घरों पर हमला कर दिया था। हमले में लगभग 10 घर जलकर खाक हो गए और आठ लोगों की जलकर मौत हो गई।
आरोप है कि भीड़ ने ये हमला तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता भाडू शेख की हत्या के जवाब में किया था। शेख की सोमवार रात को गांव से कुछ दूर हाईवे पर हत्या कर दी गई थी।
कार्रवाई
SIT कर रही मामले की जांच, केंद्र ने राज्य सरकार से तलब की रिपोर्ट
मामले की जांच के लिए बंगाल सरकार ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। इसके अलावा रामपुरहट पुलिस स्टेशन के इनचार्ज ऑफिसर और सब-डिविजिनल पुलिस ऑफिसर (SDPO) को निलंबित कर दिया गया है। मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।
केंद्र सरकार ने मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है, वहीं कोलकाता हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को गवाहों को सुरक्षा प्रदान करने और गांव में CCTV कैमरा लगाने का निर्देश दिया है।
राजनीति
मामले पर राजनीति जारी, भाजपा ने मांगा ममता का इस्तीफा
मामले पर राजनीतिक भी जमकर हो रही है और भाजपा ने इसे राजनीतिक हिंसा बताते हुए ममता का इस्तीफा मांगा है। पार्टी ने घटना के तथ्य जानने के लिए अपना एक दल गांव भेजा है।
घटना के कारण राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं और राज्यपाल ने इसे लोकतंत्र और इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना बताया है।
विपक्षी पार्टियों द्वारा मामले को विधानसभा और लोकसभा में भी उठाया जा चुका है।