ED ने नवाब मलिक को गिरफ्तार किया, अंडरवर्ल्ड से संबंधित है मामला

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है। सूत्रों ने बताया कि मलिक जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। ED के अधिकारी आज सुबह 6 बजे मलिक के घर पहुंचे और लगभग डेढ़ घंटे पूछताछ के बाद उन्हें सुबह 7:30 बजे ED कार्यालय लाया गया। यहां सुबह 8:30 बजे से उनसे पूछताछ हो रही थी।
मामले से संबंधित अधिकारियों ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि ED ने 62 वर्षीय नवाब मलिक को मुंबई अंडरवर्ल्ड से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में समन भेजा था। उन पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के साथ संबंध होने का आरोप भी है। 15 फरवरी को छापेमारी के बाद मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था। अधिकारियों के अनुसार, एजेंसी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मलिक का बयान दर्ज किए गए।
गिरफ्तारी के बाद मलिक को ED कार्यालय से मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। इस दौरान मलिक ने कहा कि वो केवल गिरफ्तार हुए हैं और डरे नहीं हैं। वो लड़ेंगे और जीतेंगे। मलिक से पूछताछ की जानकारी मिलने के बाद उनकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कार्यकर्ता ED कार्यालय के बाहर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। उन्हें रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया था।
#WATCH | Mumbai: NCP leader and Maharashtra Minister Nawab Malik being brought out of Enforcement Directorate office, to be taken for medical examination.
— ANI (@ANI) February 23, 2022
He has been arrested by Enforcement Directorate in connection with Dawood Ibrahim money laundering case. pic.twitter.com/UMAVK5ZEVW
मलिक से पूछताछ पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के राजनीतिक दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा, "नवाब मलिक सच बाहर ला रहे थे। जो भी उनके (भाजपा) खिलाफ बोलता है, CBI और ED को उनके पीछे छोड़ दिया जाता है... हमें उम्मीद है कि वो शाम तक घर आ जाएंगे।" राउत राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर सरकार को उन्हें परेशान करने का आरोप भी लगा चुके हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने भी कहा कि जो भी केंद्र सरकार के खिलाफ बोलता है, उन्हें निशाना बनाया जाता है। उन्होंने कहा, "जब मलिक ने केंद्र पर हमला बोला था, हमें तभी से पता था कि उन्हें निशाना बनाया जाएगा। मुझे उनके खिलाफ केस के बारे में नहीं पता, लेकिन विरोधियों को बदनाम करने के लिए हमेशा दाउद का नाम लिया जाता है... जब मैं मुख्यमंत्री था, तब मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था।"
राउत और पवार के इन आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने राजनीतिक बदले की बात से इनकार किया है और मलिक पर दाउद के सहयोगी से जमीन खरीदने का आरोप लगाया है। मुंबई के घाटकोपर पश्चिम से भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि मलिक ने ये जमीन बम ब्लास्ट के एक आरोपी से बेहद कम कीमत में खरीदी थी और सरकार इस जमीन को जब्त करने जा रही थी। उन्होंने कहा कि इस बात के सबूत भी हैं।