भारत में 3 दिन में 1.48 करोड़ बच्चों को लगी वैक्सीन की खुराक, मध्य प्रदेश अव्वल

देश में कोरोना वायरस के बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने 3 जनवरी से 15-18 साल तक के बच्चों को भी वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है। बच्चे भी वैक्सीन के प्रति खासी रुचि दिखा रहे हैं। यही कारण है कि देश में महज तीन दिन में ही 1,48,34,873 बच्चों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। इसमें अब तक मध्य प्रदेश में सबसे अधिक खुराक दी गई है।
कोविन (CoWin) प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, देश में 15 से 18 साल तक के बच्चों को सबसे अधिक वैक्सीन की खुराक अभियान के पहले दिन यानी 3 जनवरी को लगाई गई थी। उस दिन कुल 44,20,475 बच्चों को वैक्सीन की खुराक दी गई थी। उसके बाद वैक्सीनेशन में कमी आई और 4 जनवरी को 42,57,696 बच्चों और 5 जनवरी को 40,80,263 बच्चों को वैक्सीन की खुराक दी गई। हालांकि, वैक्सीनेशन में कमी का कारण स्पष्ट नहीं है।
बच्चों के वैक्सीनेशन में मध्य प्रदेश अभी तक शीर्ष पर बना हुआ है। यहां अब तक 16,52,309 बच्चों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। यहां अभियान की शुरुआत के पहले दिन भी सबसे अधिक 8,01,628 बच्चों को वैक्सीन लगाई गई थी। इसी तरह गुजरात 13,63,147 खुराकों के साथ दूसरे, आंध्र प्रदेश 13,02,027 खुराकों के साथ तीसरे, राजस्थान 11,82,158 खुराकों के साथ चौथे और कर्नाटक 11,21,569 खुराकों के साथ पांचवें स्थान पर बना हुआ है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी वैक्सीनेशन के प्रति बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। वहां अब तक 1,21,474 बच्चों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। पहले दिन यहां 21,029 बच्चों को वैक्सीन लगी थी।
बच्चों के वैक्सीनेशन के मामले में जहां अधिकतर राज्यों में एक लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। वहीं नागालैंड में सबसे कम 715 बच्चों को वैक्सीन की खुराक दी गई है। इसी तरह लक्षद्वीप में 1,280, मेघायल में 3,450, लद्दाख में 3,865 और मिजोरम में 4,185 बच्चों को ही वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। हालांकि, वहां की राज्य सरकार संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने में जुटी है।
देश में तीन दिन में 1.48 करोड़ से अधिक बच्चों को वैक्सीन की खुराक लगाए जाने की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी सराहना की है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट किया, 'वैक्सीन लगवाने के लिए युवा भारत में शानदार उत्साह। इसी तरह से रफ्तार रही तो जल्द ही पूरी आबादी सुरक्षा हासिल कर लेगी।' बता दें कि वर्तमान में देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण संक्रमण के मामलों में बड़ी तेज रफ्तार से इजाफा हो रहा है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर की रात को देश के नाम संबोधन के दौरान ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए 3 जनवरी से 15-18 साल तक के सभी बच्चों को वैक्सीन लगाए जाने की घोषणा की थी। उसके बाद इसकी तैयारी शुरू की गई और गत 3 जनवरी से इसकी शुरुआत कर दी गई है। बता दें कि बच्चों के वैक्सीनेशन में वर्तमान में भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सिन का ही इस्तेमाल किया जा रहा है।