NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / मनोरंजन की खबरें / 'श्रीकांत' रिव्यू: राजकुमार राव पर्दे पर चमके, निर्देशक से यहां हुई चूक
    अगली खबर
    'श्रीकांत' रिव्यू: राजकुमार राव पर्दे पर चमके, निर्देशक से यहां हुई चूक
    जानिए कैसी है राजकुमार राव की 'श्रीकांत'

    'श्रीकांत' रिव्यू: राजकुमार राव पर्दे पर चमके, निर्देशक से यहां हुई चूक

    लेखन पलक
    May 10, 2024
    02:16 pm

    क्या है खबर?

    किरदार कैसा भी हो अपने अभिनय से उसको दमदार बनाने के लिए मशहूर राजकुमार राव लौट आए हैं। इस बार एक दम नए रूप और नए अंदाज में 'श्रीकांत' के साथ।

    तुषार हीरानंदानी निर्देशित फिल्म की चर्चा जोरों पर थी क्योंकि सभी देखना चाहते थे कि बॉलीवुड में मची बायोपिक बनाने की होड़ में एक आम आदमी श्रीकांत बोला की कहानी सबको कितना लुभाती है।

    चलिए जानते हैं कि 10 मई को रिलीज हुई 'श्रीकांत' ने कैसी है।

    कहानी

    दृष्टिबाधित लड़के के बड़े सपनों की कहानी

    'श्रीकांत' आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में रहने वाले जन्म से दृष्टिबाधित बोला (राजकुमार) की कहानी कहती है। एक ऐसा लड़का, जो आंखें ना होते हुए भी पिता की आंखों का तारा होता है।

    आंखों की रोशनी ना होने के बावजूद बोला के सपने बड़े थे, जिनमें से एक भारत का पहला दृष्टिबाधित राष्ट्रपति बनना था।

    एक छोटे से गांव के बोला को दृष्टिबाधितों के लिए बने स्कूल भेजा जाता है, जहां उसकी मुलाकात अपनी शिक्षिका देविका (ज्योतिका) से होती है।

    विस्तार

    कठिनाईयों का सामना कर व्यवसायी बने बोला

    देविका की मदद से बोला जीवन के तौर-तरीके सीखता है और गुजरते सालों के साथ वह क्लास टॉपर बन जाता है। अहंकार उसके सिर चढ़ जाता है।

    इसके बाद उसके जीवन में कई कठिनाईयां आती हैं, जिनमें से एक विज्ञान पढ़ने के लिए न्यायालय जाना भी है। हालांकि, सभी मुश्किलों को पार करके वह अपने दोस्त रवि (शरद केलकर) के साथ एक व्यवसाय शुरू करता है, लेकिन....

    इस लेकिन का जवाब ढूंढने के लिए आपको सिनेमाघरों का रुख करना होगा।

    अभिनय

    राजकुमार के अभिनय का नया शिखर

    दृष्टिबाधित बोला की लड़ाई और अपने चाहने वालों की मदद से हर मुश्किल पार करके एक सफल कारोबारी बनने का सफर दिखाती 'श्रीकांत' में राजकुमार ने बेमिसाल अभिनय किया है।

    राजकुमार ने अपने भाव-भंगिमाओं से पर्दे पर बोला को जीवंत करने का काम किया है, जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।

    किसी भी फ्रेम से अगर राजकुमार गायब रहते हैं तो उन्हें वापस देखने का मन होता है। ऐसे में बोला के रूप में उनका काम काबिल-ए-तारीफ है।

    कलाकार

    ज्योतिका सहित बाकी कलाकारों ने भी किया कमाल अभिनय

    शिक्षिका बनीं ज्योतिका ने देविका के निस्वार्थ भाव को बखूबी पेश किया। उनकी सादगी उनकी सबसे बड़ी मददगार बनती है। वह पर्दे पर अपनी भूमिका के साथ न्याय करती हैं।

    केलकर की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। 'श्रीकांत' ने उन्हें अपनी अभिनय क्षमता दिखाने का बेहतरीन मौका दिया, जिसमें उन्होंने कमाल का काम किया।

    बोला की प्रेमिका स्वाति के किरदार में अलाया एफ अलग से चमकीं। कम स्क्रीन टाइम के बावजूद वह अपनी छाप छोड़ने में सफल रहीं।

    निर्देशन

    निर्देशन में सफल रहे हीरनंदानी

    हीरानंदानी ने अपने निर्देशन से सिनेमाघर की सीट पर बैठते ही दर्शकों को बाहरी दुनिया से अलग करने का काम किया है।

    मतलब साफ है, फिल्म को कुछ इस ढंग से निर्देशित किया गया है कि दर्शक बोला की कहानी में खो जाते हैं और उससे जुड़ने लगते हैं।

    निर्देशक का काम ऐसा है कि वह किसी भी भावना के साथ दर्शकों को ज्यादा देर तक नहीं रहने देते। 'श्रीकांत' आपको मुस्कुराने, रोने और सोचने पर मजबूर कर देती है।

    लेखन

    लेखन-संगीत पर किया जा सकता था और काम 

    जगदीप सिद्धू और सुमित पुरोहित ने फिल्म का पहला भाग शानदार ढंग से लिखा है, जिसमें बोला के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाया गया है। हालांकि, उनका लेखन दूसरे भाग तक जाते-जाते सुस्त लगने लगता है।

    फिल्म का पूरा संगीत 'पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा' पर आधारित है, जो इसके साथ भावनात्मक पहलू जोड़ता है। इसके अलावा शायद ही कोई गाना होगा, जो कानों में मधुरता लाने का काम करे और दर्शकों को याद रहे।

    खूबी

    ये रही फिल्म की खूबियां

    हीरानंदानी ने बोला का स्तुति गान नहीं किया है। फिल्म में अगर उनकी शख्सियत की काबिलियत दिखाई गई है तो साथ ही उनके अहंकार को भी दर्शाया गया है।

    निर्देशक ने कहीं भी प्रवचन/ज्ञान देने की कोशिश नहीं की है, लेकिन फिर भी यह दर्शकों को बहुत कुछ सिखाती है।

    फिल्म भारतीय शैक्षिक प्रणाली और पश्चिम के बीच अंतर को भी उजागर करती है। यह भारत में सड़क सुरक्षा की कमी और खराब बुनियादी ढांचे को भी प्रस्तुत करती है।

    कमी

    दूसरा भाग बांधने में रहा नाकामयाब

    फिल्म पहले भाग की गति को दूसरे भाग के शुरुआती कुछ मिनटों में भी जारी रखती है। हालांकि, दूसरे भाग में इसकी कहानी खिंचने लगती है, जिससे सभी भ्रमित हो जाते हैं कि आखिर यह किस ओर जा रही है।

    राजकुमार, केलकर और ज्योतिका का अभिनय भी क्लाइमेक्स के करीब आते-आते फिल्म को बांधकर नहीं रख पाता।

    फिल्म के संगीत और लेखन को और मजबूत किया जा सकता था। अलाया के किरदार को भी और गहराई दी जा सकती थी।

    निष्कर्ष

    देखें या ना देखें?

    क्यों देखें?- 'श्रीकांत' आपको आपकी जिंदगी के किसी ना किसी मोड़ में प्रेरित करने का काम करेगी। राजकुमार के अभिनय के मुरीद हैं तो आपको सिनेमाघरों का रुख करना चाहिए। फिल्म एक बार देखी जा सकती है।

    क्यों ना देखें?- बायोपिक फिल्मों की दुनिया अगर आपको रास नहीं आती है तो आप इस फिल्म से दूरी बना सकते हैं। इस 2 घंटे 14 मिनट लंबी फिल्म का दूसरा भाग भी दूरी बनाने की वजह हो सकता है।

    न्यूजबाइट्स स्टार- 3/5

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    राजकुमार राव
    श्रीकांत बोला
    बॉलीवुड समाचार
    फिल्म रिव्यू

    ताज़ा खबरें

    कावासाकी वर्सेस-X 300 भारत में लॉन्च, जानिए फीचर और कीमत  लेटेस्ट बाइक
    आयरलैंड बनाम वेस्टइंडीज: एंडी बालबर्नी ने जड़ा वनडे करियर का 9वां शतक, जानिए उनके शानदार आंकड़े  आयरलैंड क्रिकेट टीम
    'हेरा फेरी 3' विवाद: परेश रावल को दिए गए थे 11 लाख रुपये, निर्माताओं का दावा परेश रावल
    ओला रोडस्टर X की डिलीवरी 23 मई से होगी शुरू, जानिए इसकी खासियत  ओला इलेक्ट्रिक

    राजकुमार राव

    वाणी कपूर के साथ जमेगी राजकुमार राव की जोड़ी, लेकर आ रहे फिल्म 'बचपन का प्यार' वाणी कपूर
    राजकुमार राव की सीरीज 'गन्स एंड गुलाब' नेटफ्लिक्स पर आएगी, रिलीज तारीख से उठा पर्दा  नेटफ्लिक्स
    राजकुमार राव की 'गन्स एंड गुलाब' का टीजर जारी, जानिए कब और कहां होगी रिलीज  नेटफ्लिक्स
    'गन्स एंड गुलाब' से राजकुमार राव का फर्स्ट लुक जारी, जानिए कब और कहां होगी रिलीज  वेब सीरीज

    श्रीकांत बोला

    नेत्रहीन उद्योगपति श्रीकांत बोला का जीवन पर्दे पर उतारेंगे राजकुमार राव बॉलीवुड समाचार
    राजकुमार राव अभिनीत श्रीकांत बोला की बायोपिक में अलाया एफ और ज्योतिका की एंट्री राजकुमार राव
    अलाया एफ ने शुरू की श्रीकांत बोला की बायोपिक की शूटिंग, सामने आई तस्वीरें अलाया एफ
    राजकुमार राव अभिनीत श्रीकांत बोला की बायोपिक इस दिन सिनेमाघरों में देगी दस्तक अलाया एफ

    बॉलीवुड समाचार

    रवीना टंडन ने बेटी राशा थडानी के साथ किए भीमाशंकर मंदिर के दर्शन, देखिए तस्वीरें  रवीना टंडन
    विक्रांत मैसी के बेटे की पहली झलक आई सामने, वरदान को सीने से लगाए दिखे अभिनेता विक्रांत मैसी
    ऋचा चड्ढा के साथ नारीवादी मुखौटा पहनने वाली निर्माताओं ने किया गलत, बोलीं- कोई संत नहीं ऋचा चड्ढा
    निर्देशक शरण शर्मा को डेट कर रहीं आकांशा रंजन कपूर, अभिनेत्री ने लगाई रिश्ते पर मुहर  सेलिब्रिटी गॉसिप

    फिल्म रिव्यू

    'धक धक' रिव्यू: पहाड़ी रास्तों के साथ जिंदगी के उतार-चढ़ाव दिखाती है फिल्म तापसी पन्नू
    'गणपत' रिव्यू: ठोस कहानी के बिना सिर्फ एक्शन, सर्कस बनकर रह गई टाइगर श्रॉफ की फिल्म गणपत फिल्म
    'यारियां 2' रिव्यू: दिव्या-मीजान के कंधों पर फिल्म का दारोमदार, गाने छोड़ जाते हैं छाप दिव्या खोसला कुमार
    'तेजस' रिव्यू: कंगना रनौत की फिल्म की कहानी कमजोर, VFX ने भी बिगाड़ा खेल कंगना रनौत
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025