ऋचा चड्ढा के साथ नारीवादी मुखौटा पहनने वाली निर्माताओं ने किया गलत, बोलीं- कोई संत नहीं
क्या है खबर?
ऋचा चड्ढा को बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्रियों में शुमार हैं। वह ना केवल अपने बेमिसाल अभिनय, बल्कि अपने विचारों को मुखरता से रखने के लिए भी पहचानी जाती हैं।
'हीरामंडी' में 'लज्जो' का किरदार निभाकर लोगों की तारीफें लूटने वाली ऋचा ने हाल ही में अपने टॉक्सिक सह-कलाकारों के बारे में खुलकर बात की।
इतना ही नहीं ऋचा ने नारीवादी होने का दिखावा करने वाली महिला निर्माताओं के साथ अपने भयानक अनुभवों के बारे में भी बताया।
जीत
हर महिलका की जीत उनकी जीत नहीं- ऋचा
न्यूज 18 से बात करते हुए ऋचा ने चुटकी लेते हुए कहा कि एक महिला की जीत उनके लिए जीत नहीं हो सकती।
अभिनेत्री का कहना है कि अगर यह जीत एक टॉक्सिक महिला की है, जिसने हर किसी को बदनाम करके मीडिया और सभी का ध्यान पाने में सफल रही है तो वह इसे अपनी जीत नहीं कह सकतीं।
उन्हें हर किसी की प्रगति का जश्न मनाना चाहिए, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता है।
अनुभव
ऋचा के साथ महिला निर्माताओं ने किया गलत
ऋचा ने बताया कि इंडस्ट्री में उनके साथ कई बुरे अनुभव हुए हैं, जिनकी जिम्मेदार शोबिज की महिलाएं हैं। उन अनुभवों के बाद उनके दिमाग में यह मानसिकता आई है।
उन महिलाओं ने ऋचा के साथ गलत किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर वह नारीवाद का मुखौटा पहने हुए हैं।
वह बोलीं, "मुझे नहीं लगता कि सभी महिलाएं संत हैं। मेरे जीवन में महिला निर्माताओं के साथ भयानक अनुभव हुए हैं, जो एक्स पर नारीवादी होने का दिखावा करती हैं।"
सह-कलाकार
सह-कलाकारों ने चुराई ऋचा से लाइमलाइट
ऋचा ने आगे बताया कि उन्होंने भी टॉक्सिक सह-कलाकारों के साथ काम किया है।
अभिनेत्री ने कहा कि वे सह-कलाकार उनके साथ स्क्रीन पर मौजूदगी की प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। ऋचा बोलीं, "मैं यह नहीं कह सकती कि मुझे हमेशा एक समान अनुभव हुआ। कुछ अभिनेत्रियां हैं, जो दूसरी अभिनेत्री के साथ बहनों की तरह रहती हैं। हालांकि, इसे समझने और बनाने के लिए एक से ज्यादा लोगों की आवश्यकता होती है।"
उनके मुताबिक कई अभिनेत्रियों ने उनकी लाइमलाइट चुराई।
हीरामंडी
नेटफ्लिक्स पर छा गई 'हीरामंडी'
मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, शर्मिन सहगल, अदिति राव हैदरी और ऋचा जैसी अभिनेत्रियों के अभिनय कौशल से गुलजार सीरीज 'हीरामंडी' को दर्शक पसंद कर रहे हैं।
नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई यह सीरीज संजय लीला भंसाली के करियर की पहली वेब सीरीज है। इस सीरीज में निर्देशक ने भारती की आजादी से पहले लाहौर स्थित 'हीरामंडी' की तावयफों की जिंदगी को दर्शाया है।
इसमें फरदीना खान, शेखर सुमन, अध्ययन सुमन, फरीदा जलाल जैसे कलाकार भी अहम भूमिकाओं में हैं।