
अभिनेत्री खुशबू सुंदर बोलीं- मेरा शोषण तो उन हाथों ने किया, जिनसे सहारे की उम्मीद थी
क्या है खबर?
अभिनेत्री से राजनेता बनीं खुशबू सुंदर अक्सर अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। हाल ही में उन्होंने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण की रिपोर्ट पर अपने विचार रखे।
इसी के साथ उन्होंने बचपन में अपने साथ हुए शोषण को भी याद किया, जो उनके पिता ने किया था।
खुशबू ने एक्स पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट किया और उन महिलाओं की तारीफ की, जो अपने साथ हुए उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठा रही हैं।
पोस्ट
एक महिला से ही समझौते की उम्मीद क्यों की जाती है?
खुशबू ने ट्वीट किया, 'हमारी इंडस्ट्री में चल रहा #MeToo आपको तोड़ देता है। उन महिलाओं को बधाई, जो अपनी बात पर डटी रहीं और जीतीं। इस शोषण को रोकने के लिए हेमा कमिटी की बहुत जरूरत थी, पर क्या इससे थमेगा दुर्व्यवहार? महिलाओं से उनके करियर में पांव जमाने के लिए यौन उत्पीड़न की उम्मीद करना हर क्षेत्र में मौजूद है। एक महिला से अकेले ही यह अपेक्षा क्यों की जाती है कि वह ये सब झेले?'
सुझाव
अपनी आवाज उठाने से न डरें महिलाएं- खुशबू
खुशबू आगे लिखती हैं, 'इस मुद्दे पर मैंने अपनी 24 साल और 21 साल की बेटियों से लंबी बातचीत की। पीड़ितों के लिए उनकी सहानुभूति और समझ देखकर मैं हैरान रह गई। उन्होंने दृढ़ता से उनका समर्थन किया और उनके साथ खड़ी हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप आज बोलें या कल, बस बोलिए। तुरंत बोलेंगे तो आपको इससे उबरने और मामले की ठीक से जांच करने में मदद मिलेगी।'
सलाह
सवाल खड़े करने के बजाय पीड़िता का समर्थन करें
खुशबू ने लिखा, 'शर्मिंदा होने का डर, पीड़ित पर दोषारोपण और 'आपने ऐसा क्यों किया?' या आपको क्यों मजबूर होना पड़ा जैसे सवाल उस महिला को तोड़ देते हैं। पीड़िता को हम सभी के भावनात्मक समर्थन की जरूरत है। जब हम यह सवाल करते हैं कि वह पहले सामने क्यों नहीं आई तो हमें उसकी परिस्थितियों पर विचार करने की जरूरत है कि हर किसी के पास ये विशेषाधिकार नहीं होता कि वह बोल पाए।'
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिए पोस्ट
💔 This moment of #MeToo prevailing in our industry breaks you. Kudos to the women who have stood their ground and emerged victorious. ✊ The #HemaCommittee was much needed to break the abuse. But will it?
— KhushbuSundar (@khushsundar) August 28, 2024
Abuse, asking for sexual favors, and expecting women to compromise to…
आपबीती
8 की उम्र में पिता के शोषण का शिकार हुईं खुशबू
खुशबू लिखती हैं, 'कुछ लोग मुझसे पूछते हैं कि मेरे पिता ने मेरा शोषण किया, मैंने उस पर बोलने में इतना समय क्यों लिया? मानती हूं कि मुझे पहले बोलना चाहिए था, लेकिन मेरे साथ जो हुआ, वो मेरा करियर बनाने के लिए समझौता नहीं था। मेरा शोषण उस व्यक्ति के हाथों ने किया, जिससे मेरे गिरने पर सबसे मजबूत सहारा देने की उम्मीद थी।'
बता दें कि खुशबू के पिता ने 8 की उम्र में उनका शोषण किया था।
हिम्मत
खुशबू ने 15 साल की उम्र में जुटाई बोलने की हिम्मत
खुशबू ने पिछले साल खुलासा किया था कि वह 15 की उम्र में अपने साथ हुए यौन शोषण के बारे में बोलने की हिम्मत जुटा पाईं। उन्होंने कहा था, "उनके पिता ऐसे आदमी थे, जो सोचते थे कि अपनी पत्नी और बच्चों को पीटना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है और अपनी इकलौती बेटी का यौन शोषण करना भी।"
खुशबू एक अभिनेत्री होने के साथ-साथ एक लोकप्रिय निर्माता और राजनेता भी हैं। साथ ही वह एक बेहतरीन टीवी होस्ट भी हैं।
जानकारी
किसी परिचय की मोहताज नहीं खुशबू
खुशबू ने 100 से ज्यादा तमिल फिल्में की हैं। उनकी ज्यादातर सफल फिल्में 1980 और 1990 के दशक के अंत में आईं। खुशबू बॉलीवुड से भी जुड़ी रहीं। वह 'द बर्निंग ट्रेन', 'मेरी जंग', 'जानू' और 'तन-बदन' जैसी हिंदी फिल्मों का हिस्सा रही हैं।