श्रद्धा हत्याकांड: घरेलू हिंसा के पैटर्न की ऐसे करें पहचान
क्या है खबर?
श्रद्धा हत्याकांड ने दिल्ली समेत पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़ा किया है।
बंद दरवाजों के पीछे जहरीले रिश्ते और घरेलू हिंसा अलग-अलग रूप में सामने आई हैं और यह बेहद दुख की बात है कि ऐसे मामले रोजाना बढ़ते जा रहे हैं।
आइए आज हम आपको घरेलू हिंसा के कुछ शुरुआती पैटर्न और इससे बचने के उपाय के बारे में बताते हैं।
घरेलू हिंसा
दो लोगों के अंतरंग संबंध में होती है घरेलू हिंसा
घरेलू हिंसा एक अंतरंग संबंध साझा करने वाले दो लोगों के बीच होती है।
इसमें किसी भी एक पार्टनर को नियंत्रण करने, अपमान करने, मजबूर करने या धमकी देने वाले व्यवहार, हिंसा और दुर्व्यवहार की घटना शामिल हैं।
यह खासतौर पर शारीरिक, भावनात्मक, मानसिक, आर्थिक और यौन शोषण सहित कई रूप ले सकता है।
इसके अलावा कई समलैंगिक संबंधों में भी घरेलू हिंसा देखी गई है।
पैटर्न
गाली देना और नियंत्रित करना हैं घरेलू हिंसा के शुरुआती पैटर्न
घरेलू हिंसा के सबसे आम लेकिन गौर करने वाले दो महत्वपूर्ण लक्षण गाली देना और अपमान करना है।
किसी बात पर थप्पड़ मारना, गाली देना और परिवार के बारे में कुछ गलत बोलना से शुरू होकर यह बड़ा रूप ले लेता है।
आपका पार्टनर आपके खर्चे, आने-जाने और यहां तक कि आप जो पहनते हैं उसे भी नियंत्रित करने की कोशिश कर सकते हैं।
ऐसा नहीं करने पर वह आपको तलाक या हिंसा का सहारा लेने की धमकी देते हैं।
दुर्व्यवहार
दुर्व्यवहार छोटे रूप से शुरू होकर समय के साथ बढ़ जाता है
अपमानजनक पार्टनर आपसे अपनी गलत हरकत पर बाद में माफी भी मांगता है और यह आश्वासन देने की कोशिश करता है कि वह दोबारा ऐसा कुछ नहीं करेगा।
यहीं से दुर्व्यवहार और घरेलू हिंसा की शुरुआत होती है।
जब संबंधों में शक्ति, समानता और स्वतंत्रता का असंतुलन होने लगता है तो ऐसी ही घटनाएं होती हैं।
दुर्व्यवहार करने वाला अपने पार्टनर को नियंत्रित करने के लिए गलत भाषा, हानिकारक व्यवहार और डराने वाली तकनीकों का इस्तेमाल करता है।
जानकारी
जबरन यौन क्रिया में शामिल होने के लिए करते हैं मजबूर
एक अपमानजनक पार्टनर आपको आपकी इच्छा के विरुद्ध यौन क्रिया में शामिल होने के लिए भी मजबूर या राजी कर सकता है। ऐसे लोग मना करने पर अक्सर गुस्सा हो जाते हैं और अपने व्यवहार के लिए आपको दोष देते हैं।
विरोध
शुरुआती लक्षणों में ही इसे रोकने के लिए उठाएं कदम
आप जितने लंबे समय तक इस तरह के रिश्ते में रहेंगे, उतना ही आप दुर्व्यवहार से गुजरेंगे।
इसके लिए आप महिला आश्रय हॉटलाइन पर कॉल करके मदद ले सकते हैं। यह 24 घंटे उपलब्ध हैं।
इसके अलावा आपको किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में रहना चाहिए जिस पर आप भरोसा करते हैं और मार्गदर्शन ले सकते हैं।
ऐसी स्थिति में फोन, लैपटॉप और सोशल मीडिया का इस्तेमाल सावधानी से करें।
हेल्पलाइन नंबर
मदद के लिए इन 24x7 हेल्पलाइन नंबरों पर करें कॉल
ऐसी गंभीर और संकट की स्थिति में महिलाएं राष्ट्रीय महिला आयोग के नंबर 7827170170 पर भी कॉल कर सकती हैं।
साथ ही अक्स फाउंडेशन से उनके 24x7 हेल्पलाइन नंबर 827170170 पर संपर्क कर सकती हैं।
आप अखिल भारतीय महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 पर भी कॉल करके मदद की गुहार लगा सकती है।
वहीं पुलिस से संपर्क करने के लिए 100 पर कॉल करें या महिला हेल्पलाइन घरेलू दुर्व्यवहार के पेशेवरों से बात करने के लिए 181 पर कॉल करें।
कानून
न्यूजबाइट्स प्लस
घरेलू हिंसा से पत्नी या लिव-इन में महिला पार्टनर की सुरक्षा के लिए घरेलू हिंसा अधिनियम से महिलाओं का संरक्षण, 2005 कानून है।
यह कानून माताओं, बहनों और अपने पति के अन्य रिश्तेदारों के साथ परिवार में रहने वाली महिलाओं को भी सुरक्षा प्रदान करता है।
साथ ही प्रताड़ित व्यक्ति मुफ्त कानूनी सेवाएं, चिकित्सा सहायता, एक ही घर में रहने का अधिकार पाने का भी हकदार है।