भंसाली ने आलिया अभिनीत 'गंगूबाई काठियावाड़ी' को लता मंगेशकर को किया समर्पित
रविवार (6 फरवरी) को सुरों की कोकिला लता मंगेशकर हम सभी को छोड़कर इस दुनिया से चली गईं। उन्होंने संगीत जगत में जो मुकाम हासिल किया, उसकी मिशाल हमेशा दी जाएगी। कई सेलिब्रिटीज लता को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पहुंचे। फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली भी गायिका के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पर दिखे थे। अब भंसाली ने आलिया भट्ट अभिनीत फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' को लता को समर्पित कर दिया है।
फिल्म के क्रेडिट में जोड़ा गया लता का फ्रेम
बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट की मानें तो भंसाली ने अपनी आगामी फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' को दिवंगत गायिका लता को समर्पित कर दिया है। निश्चित तौर पर भंसाली ने लता के सम्मान में यह पहल की है। कहा जा रहा है कि लता का एक फ्रेम फिल्म के शुरुआती क्रेडिट में जोड़ा गया है। जब भंसाली को लता के निधन की खबर मिली, तो उन्होंने 'गंगूबाई काठियावाड़ी' से जुड़े अपने सारे कामकाज रोक दिए थे।
बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव से पहले जोड़ा गया लता का क्रेडिट
भंसाली ने अपने बयान में कहा, "यह फिल्म एक ऐसी प्रतिभा को मेरी छोटी सी विनम्र श्रद्धांजलि है, जिनकी कोई परिधि नहीं है।" खास बात यह है कि 72वें बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में स्क्रीनिंग से पहले 'गंगूबाई काठियावाड़ी' में थोड़ी-सी एडिटिंग की गई है। यह एडिटिंग लता को क्रेडिट देने के लिए की गई है। मालूम हो कि इस महोत्सव में 'गंगूबाई काठियावाड़ी' की पांच स्क्रीनिंग रखी गई है। महोत्सव की शुरुआत 16 फरवरी को होगी।
25 फरवरी को सिनेमाघरों में आएगी 'गंगूबाई काठियावाड़ी'
फिल्म मुंबई की वेश्या गंगूबाई के जीवन पर आधारित है। फिल्म में आलिया माफिया क्वीन गंगूबाई काठियावड़ी के किरदार में दिखाई देंगी। विजय राज, शांतनु महेश्वरी और सीमा पाहवा भी अहम किरदारों में हैं। इमरान हाशमी, अजय देवगन और हुमा कुरैशी भी इसमें एक खास भूमिका निभाने वाली हैं। 'गंगूबाई काठियावाड़ी' की शूटिंग कोरोना महामारी के दौरान हुई थी। फिल्म 25 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। उम्मीद है कि फिल्म के जरिेए आलिया अपनी अमिट छाप छोड़ेंगी।
लता पर बायोपिक बनाना चाहते हैं भंसाली
इतना ही नहीं, भंसाली लता से इस कदर प्रभावित हैं कि वह इस महान शख्सियत पर फिल्म बनाना चाहते हैं। लता की जिंदगी संघर्षपूर्ण रही है, इसलिए कई लोगों का मानना है कि उनकी कहानी दर्शकों को पसंद आएगी। खबरों की मानें तो भंसाली के अलावा आनंद एल राय और राकेश ओम प्रकाश मेहरा भी लता की बायोपिक बनाना चाहते हैं। भंसाली तो पिछले 10 सालों से लता पर बायोपिक बनाने की सोच रहे हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
इंडिया टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक, लता कभी नहीं चाहती थीं कि उनके जीवन पर कोई फिल्म बने और इसी के चलते उन्होंने कई फिल्मकारों को अपनी बायोपिक बनाने के लिए राइट्स नहीं दिए थे।
कई पुरस्कारों से सम्मानित थीं लता
लता के करियर की बात करें तो उनकी गायिकी का दुनिया दीवाना रहा। अपने सात दशक लंबे करियर में लता ने विभिन्न भाषाओं में 30,000 से ज्यादा गाने गाए हैं। 2001 में उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' दिया गया था। 1989 में लता को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल है। वह ना सिर्फ देश, बल्कि विदेशों में भी बेहद लोकप्रिय हैं।