आलिया भट्ट की 'गंगूबाई काठियावाड़ी' में नवाजुद्दीन को ऑफर हुआ था रोल
क्या है खबर?
आलिया भट्ट बहुप्रतीक्षित फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म का निर्देशन संजय लीला भंसाली ने किया है। यह उनका महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है।
हाल में फिल्म की रिलीज डेट का ऐलान किया गया है। यह फिल्म अगले साल 6 जनवरी को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।
अब जानकारी सामने आ रही है कि फिल्म के लिए अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी को भी अप्रोच किया गया था। एक पत्रकार की भूमिका निभाने के लिए उन्हें यह फिल्म ऑफर की गई थी।
रिपोर्ट
डेट्स के इश्यू को लेकर नहीं बन पाई बात
पिंकविला की रिपोर्ट के मुताबिक, आलिया की 'गंगूबाई काठियावाड़ी' में एक पत्रकार की भूमिका के लिए नवाजुद्दीन से संपर्क किया गया था। हालांकि, वह फिल्म का हिस्सा नहीं बन पाए।
एक सूत्र ने कहा, "नवाजुद्दीन को 'गंगूबाई काठियावाड़ी' में एक पत्रकार की भूमिका के लिए पेशकश की गई थी। अभिनेता और निर्माता दोनों एक साथ काम करने के लिए इच्छुक थे, लेकिन डेट्स के इश्यू को लेकर बात नहीं बन पाई।"
सूचना
फिल्म में अजय देवगन और हुमा कुरैशी भी दिखेंगी
अगर नवाजुद्दीन फिल्म का हिस्सा बनते, तो यह उनकी और भंसाली की पहली फिल्म होती। आलिया ने फिल्म की शूटिंग 8 दिसंबर, 2019 को शुरू की थी।
इस साल जून में उन्होंने फिल्म की शूटिंग समाप्त की है। लाकडाउन के कारण फिल्म का प्रोजेक्ट बाधित हुआ है।
फिल्म में आलिया समेत सीमा पाहवा, अजय देवगन और हुमा कुरैशी जैसे दिग्गज कलाकारों की झलक देखने को मिलेगी। हाल में आलिया ने सोशल मीडिया पर रिलीज डेट का ऐलान किया था।
परिचय
जानिए कौन थी गंगूबाई, जिसके नाम पर पड़ा फिल्म का नाम
गंगूबाई का असली नाम गंगा हरजीवनदास था, जो गुजरात के काठियावाड़ी की रहने वाली थीं।
उन्हें 16 साल की उम्र में अपने पिता के अकाउंटेट से प्यार हो गया था और वह उससे शादी करके मुंबई भाग आई थीं। कहा जाता है कि उनके पति ने उन्हें 500 रुपये में बेच दिया था।
इसके बाद वह वेश्यावृत्ति करने लगीं। उन्होंने बाद में अपने जीवन में महिलाओं के हित में कई काम किए और गंगूबाई काठियावाड़ी के नाम से मशहूर हुईं।
कहानी
ऐसी होगी फिल्म की कहानी
भंसाली की यह फिल्म हुसैन जैदी की लिखी गई किताब 'माफिया क्वीन ऑफ मुंबई' पर आधारित है।
जैदी ने अपनी इस किताब में गुजरात के काठियावाड़ी की एक लड़की गंगा हरजीवनदास की जिंदगी के कई परतों को खोला है। इसमें उन्होंने कई झकझोर देने वाले हादसों का भी जिक्र किया है।
इस फिल्म की शूटिंग मुंबई में हुई है। इस फिल्म में मार्मिक पात्रों को पर्दे पर दिखाने की कोशिश की गई है।