ग्रेजुएशन में फेल हो गए थे IAS अनुराग, लेकिन जिद में पास कर दिखाई UPSC परीक्षा
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को लेकर ऐसी धारणा है कि यह परीक्षा साधारण छात्रों द्वारा पास करना मुश्किल है, लेकिन IAS अनुराग कुमार की कहानी इस धारणा को पूरी तरह से गलत साबित करती है।
अनुराग कक्षा 12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में फेल हुए। इसके बाद वे ग्रेजुएशन में भी फेल हो गए, लेकिन इस असफलता ने उन्हें सफलता का रास्ता दिखाया और आखिरकार वे IAS बन गए।
आइए जानते हैं उनकी इस सफलता की कहानी के बारे में।
बोर्ड परीक्षा
अनुराग ने कक्षा 12 में हासिल किए थे 90 प्रतिशत से अधिक अंक
बिहार के जिला कटिहार के रहने वाले IAS अनुराग ने कक्षा 8 तक की पढ़ाई हिन्दी मीडियम स्कूल से की थी।
इसके बाद उनका एडमिशन अंग्रेजी मीडियम स्कूल में हुआ और कक्षा 10 में उन्होंने 90 प्रतिशत अंक हासिल किए, लेकिन कक्षा 12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में वे गणित विषय में फेल हो गए।
इसके बाद जब उन्होंने अपनी कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा दी तो उसमें उन्होंने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए।
ग्रेजुएशन
ग्रेजुएशन के कई विषयों में फेल हो गए थे अनुराग
कॉलेज की पढ़ाई के लिए अनुराग ने अपना एडमिशन दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में लिया।
यहां ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान वह कई विषयों में फेल हो गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक छोटे शहर से देश की राजधानी दिल्ली पहुंचे अनुराग का मन पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लग रहा था।
हालांकि, इसके बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की।
फैसला
677वीं रैंक हासिल करने के बाद दोबारा तैयारी का किया फैसला
बता दें कि अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते समय अनुराग ने UPSC की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला लिया था।
स्कूल में फेल होने वाले छात्र ने पहले ही प्रयास में देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली UPSC परीक्षा 2017 में पास कर ली।
अनुराग की रैंक 677 थी, लेकिन उन्हें IAS बनना था, इसलिए इस रैंक के साथ मिलने वाले पद से वे संतुष्ट नहीं हुए और फिर से अपनी तैयारी में जुट गए।
सफलता
दूसरे प्रयास में बने IAS
2018 में अनुराग ने दोबारा UPSC की सिविल सेवा परीक्षा दी और इस बार उन्होंने ऑल इंडिया 48वीं रैंक हासिल कर ली।
इस तरह कुमार अनुराग का IAS अधिकारी बनने का सपना पूरा हो गया।
अनुराग ने अर्थशास्त्र को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना था, जिससे उन्हें सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए आवश्यक अंकों का सही संतुलन मिला।
मंत्र
अनुराग ने बताए सफलता के मंत्र
अनुराग का मानना है कि अगर आप UPSC की तैयारी करना चाहते हैं तो अपनी पिछली शिक्षा पृष्ठभूमि को छोड़कर नए सिरे से शुरुआत करें।
वह UPSC की तैयारी कर रहे आम उम्मीदवारों को सुझाव देते हुए कहते हैं कि यह एक ऐसी परीक्षा है, जिसमें आप शून्य से शुरुआत करके भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं।
उनके अनुसार, UPSC की तैयारी के दौरान जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए और हर विषय का बहुत गहराई से अध्ययन करना चाहिए।