
दलीप ट्रॉफी के इतिहास में एक मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज
क्या है खबर?
दलीप ट्रॉफी के अगले संस्करण की शुरुआत 28 अगस्त से हो जाएगी। जोनल प्रारूप में होने वाले इस टूर्नामेंट में वेस्ट जोन की टीम अब तक सबसे सफल रही है, जिसने कुल 19 बार खिताब पर कब्जा जमाया है। उनके बाद नॉर्थ जोन की टीम 18 बार विजेता बनी है। इस बीच टूर्नामेंट के इतिहास में किसी एक मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाजों के बारे में जानते हैं।
#1
देबाशीष मोहंती (14/91 बनाम साउथ जोन, 2001)
देबाशीष मोहंती इस सूची में शीर्ष पर हैं। ईस्ट जोन के इस स्टार गेंदबाज ने 2001 में अगरतला में साउथ जोन के खिलाफ खेले गए मैच की पहली पारी में सभी 10 विकेट लिए थे। दलीप ट्रॉफी में उनके अलावा आज तक किसी भी गेंदबाज ने पारी में 10 विकेट नहीं लिए हैं। मोहंती ने दूसरी पारी में 4 और विकेट लिए। उन्होंने 35 ओवरों में 91 रन देकर 14 विकेट लिए और टीम को जीत दिलाई थी।
#2
वेंकटपति राजू (12/117 बनाम ईस्ट जोन, 1992)
पूर्व स्पिनर वेंकटपति राजू ने 1992 में विशाखापत्तनम में ईस्ट जोन के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था। साउथ जोन के इस स्टार ने मैच में दोनों पारियों में 6-6 विकेट लिए और 67 ओवरों में 117 रन देकर कुल 12 विकेट लिए। यह दलीप ट्रॉफी के इतिहास में दूसरा सर्वश्रेष्ठ मैच प्रदर्शन है। राजू के शानदार प्रदर्शन की बदौलत साउथ जोन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 226/10 का मामूली स्कोर बनाने के बावजूद 172 रनों से जीत हासिल की।
#3
बालू गुप्ते (12/127 बनाम साउथ जोन, 1963)
मुंबई के पूर्व लेग स्पिनर बालू गुप्ते भी इस सूची में शामिल हैं। उन्होंने 1963 संस्करण के फाइनल में ईडन गार्डन में साउथ जोन के खिलाफ वेस्ट जोन की ओर से खेलते हुए 40.6 ओवरों में 12/127 का प्रभावशाली प्रदर्शन किया था। उन्होंने पहली पारी में 9 विकेट (9/55) लिए, जो दलीप ट्रॉफी में अब तक का दूसरा सर्वश्रेष्ठ पारी का प्रदर्शन है। उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत वेस्ट जोन ने पारी और 20 रनों से जीत हासिल की थी।
#4
राजिंदर गोयल (12/134 बनाम साउथ जोन, 1975)
1975 के दलीप ट्रॉफी फाइनल में नॉर्थ जोन को साउथ जोन के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा था। चेन्नई में खेले गए उस खिताबी मुकाबले में नॉर्थ जोन की टीम से राजिंदर गोयल ने कुल 12 सफलताएं (12/134) हासिल की थी। बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर ने पहली पारी में 7 विकेट और दूसरी पारी में 5 विकेट हासिल किए थे। उनकी उम्दा गेंदबाजी के बावजूद नॉर्थ जोन फाइनल नहीं जीत सकी थी।