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पढ़ाने के लिए नहीं थे पैसे तो किसान पिता ने की आत्महत्या, अब बेटी बनेगी IRS
अरुणा महालिंगप्पा की संघर्ष भरी कहानी(तस्वीर- ट्विटर/ @shantanutalk)

पढ़ाने के लिए नहीं थे पैसे तो किसान पिता ने की आत्महत्या, अब बेटी बनेगी IRS

लेखन तौसीफ
संपादन मुकुल तोमर
Jun 02, 2022
09:00 pm

क्या है खबर?

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सोमवार यानि 30 मई को सिविल सेवा फाइनल परीक्षा 2021 के नतीजे घोषित किए। इस परीक्षा में कर्नाटक की अरुणा महालिंगप्पा ने 308वीं रैंक हासिल की है। वह अब केंद्र सरकार में भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में काम करेंगी। अरुणा को इस लक्ष्य को हासिल करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आइए आपको उनके सफर के बारे में बताते हैं।

आत्महत्या

किसान पिता ने कर ली थी आत्महत्या

अरुणा कर्नाटक की एक पिछड़ी जाति से आती हैं और उनके चार भाई-बहन हैं। उनके पिता पेशे से किसान थे और उनका सपना था कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर जिंदगी में आगे बढ़ें। बच्चों की पढ़ाई के लिए जब पैसे की कमी होने लगी तो उन्होंने 2009 में बैंक से कर्ज लेकर उन्हें पढ़ाना शुरू कर दिया। बाद में कर्ज न दे पाने की चिंता और बच्चों की अंधूरी पढ़ाई के कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली।

सेवा

किसानों की सेवा करना चाहती हैं UPSC पास कर चुकी अरूणा

अरूणा ने बताया कि जिस समय उनके पिता ने आत्महत्या की, उस समय वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थीं। सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया, "मुझे पढ़ाने के लिए उन्होंने (पिता) जो कर्ज लिया, उसके कारण मैंने अपने पिता को खो दिया। उनकी मौत के बाद मुझे समाज सेवा का मन हुआ। मैं अपने देश के किसानों की सेवा करके अपने पिता की खोई हुई मुस्कान को पाना चाहती हूं।"

असफलता

पांच बार मिली असफलता से डर गई थीं अरूणा

अरुणा ने कहा, "मैंने 2014 से UPSC की तैयारी शुरु की और पांच बार सिविल सेवा परीक्षा के लिए बैठीं भी, लेकिन हर बार मुझे निराशा हाथ लगी। 2021 की UPSC परीक्षा मेरा छठा प्रयास था और इस बार मैं सफल हुई।" उन्होंने लगातार पांच बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी। हालांकि वह बताती हैं कि हर बार के परीक्षा परिणाम से वो डरी जरूर थीं।

शिक्षा

ग्रामीण युवाओं के लिए अरुणा से शुरू की UPSC कोचिंग

अरुणा ने बेंगलुरु में अपने नाम से 'अरुणा एकेडमी' शुरू की है, जिसमें वे ग्रामीण युवाओं को UPSC परीक्षा की तैयारी कराती हैं। उन्होंने कहा, "इस एकेडमी को खोलने का मेरा मकसद ग्रामीण युवाओं की मदद करना है। मैं नहीं चाहती कि मेरे पिता की तरह देश का कोई और किसान इस तरह आत्महत्या के लिए मजबूर हो।" उन्होंने कहा कि वे नौकरी पर जाने के बाद किसानों को नए आर्थिक रास्ते बताने का काम करेंगी।

सिविल सेवा परीक्षा नतीजे

UPSC में पहली तीन रैंक पर लड़कियों का कब्जा

UPSC की तरफ से जारी किए गए नतीजों के मुताबिक, सिविल सेवा परीक्षा में 685 उम्मीदवार सफल हुए हैं जिसमें से 508 पुरूष और 177 महिलाएं हैं। श्रुति शर्मा ने पहली रैंक हासिल की है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से हिस्ट्री ऑनर्स की पढ़ाई की है। दूसरी रैंक हासिल करने वाली अंकिता अग्रवाल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया है, जबकि तीसरी रैंक हासिल करने वाली गामिनी सिंगला ने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है।