Page Loader
UPSC: आखिरी कोशिश में 11 नंबर से चूके रजत, 10 साल से कर रहे थे तैयारी
UPSC में आखिरी अटेंप्ट में 11 नंबर से चूके रजत (तस्वीर- ट्विटर/@rajatsambyal_)

UPSC: आखिरी कोशिश में 11 नंबर से चूके रजत, 10 साल से कर रहे थे तैयारी

लेखन तौसीफ
Jun 01, 2022
07:38 pm

क्या है खबर?

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सोमवार यानि 30 मई को सिविल सेवा फाइनल परीक्षा 2021 के नतीजे घोषित किए। एक तरफ इस प्रतिष्ठित परीक्षा को पास करने वालों को सोशल मीडिया पर बधाई संदेश मिल रहे थे, वहीं दूसरी तरफ एक उम्मीदवार ऐसा था जो इस परीक्षा में असफल रहा और अपने 10 वर्ष की मेहनत को ट्विटर पर सोशल मीडिया यूजर्स को बताकर अपना गम कम कर रहा था। हम बात कर रहे हैं रजत संब्याल की।

रजत

सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं रजत

जम्मू और कश्मीर के सांबा जिले में पैदा हुए रजत ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने बताया कि देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के लिए वह अपने पहले के प्रयासों में कभी भी अंतिम चरण यानि इंटरव्यू में जगह नहीं बना सके। इस बार वह इंटरव्यू में उपस्थित हुए और उन्हें परीक्षा में पास होने की पूरी उम्मीद थी।

परीक्षा

तीन बार प्रारंभिक और दो बार मुख्य परीक्षा में फेल हुए थे रजत

अपने आखिरी प्रयास में UPSC मुख्य परीक्षा पास करने के बाद रजत को इस बार इंटरव्यू देने का मौका मिला, लेकिन वह 11 अंकों से चूक गए। उन्होंने ट्वीट किया, 'UPSC के छह प्रयास पूरे हो गए हैं। तीन बार प्रारंभिक परीक्षा में फेल हो गया, दो बार मुख्य परीक्षा में फेल हो गया। कल अपने आखिरी प्रयास में मैं इंटरव्यू में कम अंक मिलने के बाद रह गया। 11 नंबर कम रह गए।'

अंक

रजत ने UPSC में हासिल किए 942 अंक

रजत ने अपने ट्वीट के साथ दो तस्वीरें भी शेयर की हैं। एक तस्वीर में वह दिल्ली में संघ लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर दिख रहे हैं और दूसरी तस्वीर उनके रिपोर्ट कार्ड की है। UPSC सिविल सेवा परीक्षा के रिपोर्ट कार्ड से पता चलता कि उन्होंने कुल 942 अंक प्राप्त किए थे। उनके ट्वीट के बाद कई ट्विटर यूजर्स ने इस कड़ी मेहनत के लिए उनका प्रोत्साहन किया है।

सिविल सेवा परीक्षा नतीजे

परीक्षा में पहली तीन रैंक पर लड़कियों का कब्जा

UPSC की तरफ से जारी किए गए नतीजों के मुताबिक, सिविल सेवा परीक्षा में 685 उम्मीदवार सफल हुए हैं जिसमें से 508 पुरूष और 177 महिलाएं हैं। श्रुति शर्मा ने पहली रैंक हासिल की है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से हिस्ट्री ऑनर्स की पढ़ाई की है। दूसरी रैंक हासिल करने वाली अंकिता अग्रवाल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया है, जबकि तीसरी रैंक हासिल करने वाली गामिनी सिंगला ने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है।