NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिप्टोकरेंसी
    शेयर बाजार समाचार
    अर्थव्यवस्था समाचार
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / बिज़नेस की खबरें / टेक कंपनियों में छंटनी: क्यों जा रही हैं इतने लोगों की नौकरियां?
    बिज़नेस

    टेक कंपनियों में छंटनी: क्यों जा रही हैं इतने लोगों की नौकरियां?

    टेक कंपनियों में छंटनी: क्यों जा रही हैं इतने लोगों की नौकरियां?
    लेखन प्रमोद कुमार
    Jan 30, 2023, 01:40 pm 1 मिनट में पढ़ें
    टेक कंपनियों में छंटनी: क्यों जा रही हैं इतने लोगों की नौकरियां?
    टेक कंपनियों में छंटनी: क्यों जा रही है इतने लोगों की नौकरियां?

    पिछले कुछ दिनों से लगातार टेक कंपनियों में छंटनी की खबरें आ रही हैं। छोटे स्टार्टअप्स से लेकर मेटा, गूगल और फिलिप्स जैसी बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं। इसी महीने देश और विदेश की लगभग 230 टेक कंपनियों ने 70,000 के करीब कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। आइये जानने की कोशिश करते हैं कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियों क्यों जा रही है।

    महामारी के दौरान टेक कंपनियों ने देखा बूम 

    छंटनी की वजहों की जड़ में जाने के लिए महामारी के दौर को याद करना होगा। दरअसल, कोरोना महामारी की शुरुआती दो सालों में टेक कंपनियों ने खूब कमाई की थी। उस वक्त लोग घर बैठकर राशन मंगाने से लेकर ऑफिस की मीटिंग तक करने के लिए पूरी तरह टेक कंपनियों के प्रोडक्ट्स पर निर्भर हो गए थे। इससे इस सेक्टर में बूम आया और कंपनियों का राजस्व भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा।

    बूम की वजह से बढ़ी लोगों की मांग 

    टेक सेक्टर में आए बूम के चलते दक्ष लोगों की मांग भी बढ़ी। इसी दौरान अपने प्रोडक्ट्स को बेहतर बनाने के लिए बड़ी कंपनियों और स्टार्टअप्स के बीच अच्छे लोगों को नौकरी पर रखने की होड़ बढ़ी। इसके अलावा उस समय टेक स्टार्टअप्स के पास फंडिंग भी कमी नहीं थी और उन्होंने अपनी पसंद के लोगों को नौकरी पर रखने के लिए पैसे की भी ज्यादा चिंता नहीं की और बड़े पैकेज पर लोगों को रखा।

    फिर चीजें बदलीं कैसे? 

    2022 में महामारी का प्रकोप कम हुआ, लेकिन फरवरी में रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण शुरू कर दिया। वहीं आर्थिक मोर्चे पर दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने मंदी की आशंका जताना शुरू कर दिया। इसके अलावा टेक कंपनियों को यह उम्मीद थी कि महामारी के बाद भी लोग अफनी जरूरतों के लिए ऑनलाइन सर्विसेस पर निर्भर रहेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। महामारी के बाद हालात सामान्य होते ही लोग फिर से पहले की तरह जीने लगे।

    गूगल ने भी बताई यही वजह 

    12,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाते हुए गूगल के CEO सुंदर पिचई ने एक ब्लॉग में लिखा था कि पिछले दो सालों के दौरान कंपनी की खूब तरक्की हुई। इस दौरान की जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनी ने लोगों को नौकरियां दी, लेकिन अब परिस्थितियां बदल गई हैं। अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट ने भी इसी तरह के कारण बताते हुए लगभग हर विभाग से कर्मचारियों की छंटनी की है। कई कंपनियां अपने ऑफिस भी खाली कर रही हैं।

    भारत में टेक कर्मचारियों की क्या स्थिति है? 

    भारत में पिछले साल टेक स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग जुटाना काफी मुश्किल रहा था और इस साल भी हालात ज्यादा बदले नहीं हैं। पहले इन स्टार्टअप्स में निवेश करने वाले निवेशक अब अपने कदम पीछे खिंच रहे हैं। दूसरी तरफ एडटेक से लेकर ई-कॉमर्स स्टार्टअप्स ने लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया है। इनमें स्विगी, शेयरचैट, ओला जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं। गोमैकेनिक ने भी अपने अधिकतर कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है।

    पिछले साल गई थीं 1.5 लाख नौकरियां 

    लेऑफ्स के अनुसार, पिछले साल 1,024 टेक कंपनियों ने 1,54,336 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। छंटनी करने वालो में अमेरिका, कनाडा, इजरायल, सिंगापुर, इंडोनेशिया, भारत, इंग्लैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त अरब अमीरात आदि देशों की कंपनियां शामिल थीं। यानी मंदी का असर पूरी दुनिया में दिखाई देने लगा था। इन कंपनियों में 3 प्रतिशत से लेकर 100 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी हुई थी। खाना, परिवहन, वित्त, शिक्षा समेत लगभग सभी क्षेत्रों की कंपनियों ने छंटनी की थी।

    इस साल एक तिहाई अर्थव्यवस्था में रहेगी मंदी- IMF 

    अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) प्रमुख क्रिस्टलीना जॉर्जीवा का कहना है कि यह साल वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए कठिन होगा क्योंकि अमेरिका, यूरोप और चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती आई है। उन्होंने कहा कि विश्व की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में एक साथ गिरावट देखी जा रही है और आशंका है कि एक तिहाई वैश्विक अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की चपेट में आएगी। उन्होंने कहा कि जिन देशों में मंदी नहीं आएगी, वहां मंदी जैसे हालात बनेंगे।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    माइक्रोसॉफ्ट
    आर्थिक मंदी
    स्टार्टअप
    गूगल

    ताज़ा खबरें

    IPL 2023: क्या है मुंबई इंडियंस की मजबूती और कमजोरी? जानिए टीम का विश्लेषण  मुंबई इंडियंस
    WPL एलिमिनेटर: मुंबई ने यूपी को हराकर कटाया फाइनल का टिकट, दिल्ली से होगी भिडंत  मुंबई इंडियंस
    WPL: इसी वोंग ने रचा इतिहास, टूर्नामेंट में हैट्रिक लेने वाली पहली गेंदबाज बनीं विमेंस प्रीमियर लीग
    नेट साइवर-ब्रंट ने मुंबई के लिए नॉकआउट में खेली सबसे बड़ी पारी, सूर्यकुमार का रिकॉर्ड तोड़ा  विमेंस प्रीमियर लीग

    माइक्रोसॉफ्ट

    इस साल दुनियाभर की 522 टेक कंपनियों ने की 1.53 लाख कर्मचारियों की छंटनी- रिपोर्ट छंटनी
    टेक कंपनियों से यूजर्स का डाटा मांगने के सरकारी मामले बढ़े, दक्षिण एशिया में भारत आगे फेसबुक
    माइक्रोसॉफ्ट खुद का मोबाइल गेम स्टोर लॉन्च करने की बना रही योजना गेमिंग बाइट्स
    ChatGPT प्लस सब्सक्रिप्शन भारत में शुरू, GPT-4 के साथ मिलेंगे नए फीचर्स ChatGPT

    आर्थिक मंदी

    एसेंचर ने 19,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी, वैश्विक मंदी को बताया कारण छंटनी
    #NewsBytesExplainer: दुनियाभर के बैंकों पर संकट, भारतीय बैंक कितने सुरक्षित?  भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
    एरिक्सन वैश्विक स्तर 8,500 कर्मचारियों की करेगी छंटनी छंटनी
    अमेजन कुछ कर्मचारियों की सैलरी में 50 प्रतिशत तक कर सकती है कटौती अमेजन

    स्टार्टअप

    उत्तर प्रदेश: नोएडा फिल्मसिटी में पत्रकार का स्टॉल, क्या खाया है आपने एडिटर स्पेशल पोहा उत्तर प्रदेश
    तिलक मेहता ने 13 साल की उम्र में शुरू की थी कंपनी, आज इतनी है संपत्ति तिलक मेहता
    सिलिकॉन वैली बैंक के दिवालिया होने के बाद स्टार्टअप संस्थापकों से मिलेंगे केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर सिलिकॉन वैली बैंक
    #NewsBytesExplainer: सिलिकॉन वैली बैंक पर क्यों लगा ताला और भारत पर क्या होगा असर?  सिलिकॉन वैली बैंक

    गूगल

    भारतीय मूल के राहुल रॉय चौधरी बने ग्रामरली के CEO, जानिए उन्होंने कहां से की पढ़ाई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    गूगल ने यूजर्स की जासूसी करने वाले ये चाइनीज ऐप्स बैन किए, जल्द करें डिलीट चाइनीज ऐप्स
    गूगल बार्ड और OpenAI के ChatGPT में कौन सा चैटबॉट है बेहतर? ChatGPT
    गूगल ने मैप में शुरू किया 'इमर्सिव व्यू' फीचर, क्या है इसका काम? गूगल मैप

    बिज़नेस की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    Business Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023