दुनियाभर की कंपनियां कर रही हैं छंटनी, नौकरी जाने से पहले और बाद में क्या करें?
इन दिनों कई छोटी-बड़ी कंपनियां अपने आर्थिक बोझ को कम करने के लिए लगातार कर्मचारियों की छटंनी कर रही हैं। इनमें ट्विटर, मेटा, लिफ्ट और स्ट्राइप जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ-साथ दर्जनों स्टार्टअप्स के नाम शामिल हैं। हाल ही में ट्विटर और मेटा में कार्यरत हजारों कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। कर्मचारियों के लिए यह एक तनावपूर्ण स्थिति हो सकती है। ऐसी स्थिति का सामना करने के लिए उन्हें क्या करना चाहिए, आइए आपको बताते हैं।
कंपनियों में क्यों हो रही है छंटनी?
कोरोना वायरस महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में गिरावट आई है। इसके कारण कंपनियों की वित्तीय स्थिति खराब हुई है और वो छंटनी कर रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, जल्द ही यह स्थिति अन्य सेक्टरों को भी प्रभावित कर सकती है और अधिक कंपनियों में छंटनी हो सकती है। उनका कहना है कि इस मंदी से निपटने के लिए खुद को तैयार रखने की जरूरत है और इसके लिए कर्मचारी कई कदम उठा सकते हैं।
कर्मचारी कैसे रखें खुद को तैयार?
अगर आप वर्तमान में किसी कंपनी में कार्यरत हैं, तब भी आपको छंटनी की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। इसके लिए आपको कम से कम तीन से छह महीने के व्यक्तिगत खर्चों का आर्थिक बजट बनाकर रखना होगा। इसमें रोजमर्रा के खर्चों के अलावा चिकित्सा समेत अन्य खर्च भी शामिल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करने के लिए आपको अपना नया अपडेटेड रिज्यूमे हमेशा तैयार रखना चाहिए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
फिनटेक कंपनी इको के ह्यूमन रिसोर्स (HR) प्रमुख डायना ब्राउन ने कहा, "अगर आपके पास फ्लेक्सिबल एक्सपेंडिग अकाउंटस हैं तो जॉब से निकाले जाने पर इनका उपयोग करें। संपूर्ण स्वास्थ्य कवर भी सुनिश्चित करें।" इसके अलावा कर्मचारियों को अपने प्रोफेशनल प्रोफाइल को अपडेट रखना चाहिए और प्रोफेशनल कनेक्शन से जुड़े रहना चाहिए, ताकि अचानक होने वाली छंटनी के वक्त वह दूसरे विकल्पों पर विचार करके वहां आवेदन कर सकें।
छंटनी का शिकार होने पर क्या करें?
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि आप छंटनी का शिकार हो जाते हैं तो सबसे पहले आपको अपनी वर्तमान कंपनी से जरूरी दस्तावेज प्राप्त कर लेने चाहिए। इससे आपको कंपनी में काम करने के आखिरी दिन और अन्य शर्तों की जानकारी हो जाएगी। इसके अलावा अपनी कंपनी से स्वास्थ्य समेत अपने अन्य भत्तों के बारे में पूछें। इसके साथ ही भविष्य में नई कंपनी को क्या जानकारी साझा की जाएगी, इस पर भी बातचीत करें।
स्थानीय और सरकारी संगठनों से लें मदद
ऐसे हालातों में कई बार कंपनियां अपने कर्मचारियों का सपोर्ट नहीं करती हैं। इस स्थिति में आपको स्थानीय संगठनों, कम्युनिटी या सरकारी संगठनों की मदद लेनी चाहिए, जो आपको समस्त जरूरी संसाधन मुहैया करा सकते हैं।
किसी भी बात को व्यक्तिगत जीवन पर न लें
ऐसे हालातों में हम अक्सर अधिक तनावग्रस्त हो जाते हैं। प्रोफेशनल जीवन का असर व्यक्तिगत जीवन पर पड़ना शुरू हो जाता है जोकि बहुत गलत है। विशेषज्ञों के अनुसार, इन हालातों में खुद को कमजोर पड़ने देना किसी भी व्यक्ति के लिए एक बड़ी गलती हो सकती है। इसके बजाय विनम्र और प्रोफेशनल रहें। छंटनी के बावजूद कंपनी द्वारा दिए जाने वाले सभी टॉस्क पर ध्यान दें और उन्हें निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का प्रयास करें।
व्यवहार में बदलाव न लाएं
इसके साथ ही कंपनी की किसी भी पॉलिसी का उल्लंघन न करें। ऐसा करने पर आपको मिलने वाले लाभ और भत्तों पर प्रभाव पड़ सकता है। सहकर्मियों के साथ अपने व्यवहार को भी नॉर्मल रखें।
जॉब खोने के बाद खुद को समय दें
अगर आप नौकरी से निकाले जाते हैं तो संभव है कि दूसरी नौकरी पाने में आपको हफ्तों और महीनों का समय लग जाए। इस दौरान खुद को समय दें और अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें। किसी भी स्थिति में अपनी मानसिक दशा को नकारात्मकता का शिकार न होने दें और अपनी दिनचर्या को पहले की तरह ही जारी रखें। इसके अलावा अपनी स्किल्स पर भी काम करते रहें।
कम समय में कैसे खोजें नई नौकरी?
नई नौकरी के लिए आप लिंक्डइन जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन कम्युनिटी या ग्रुप्स की मदद ले सकते हैं। यहां आपको आपकी स्किल्स से सबंधित कई तरह की नौकरियां आसानी से मिल सकती हैं। इसके अलावा आप वर्तमान में काम कर रहे अपने पुराने सहकर्मियों और नजदीकी दोस्तों की भी मदद ले सकते हैं। वो अपने कनेक्शन की मदद से आपको नौकरी दिलाने में मदद कर सकते हैं।