
राइजिंग नॉर्थईस्ट समिट: पूर्वोत्तर में रिलायंस 75,000 और अडाणी 50,000 करोड़ रुपये करेगी निवेश
क्या है खबर?
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अगले 5 वर्षों में पूर्वोत्तर भारत में 75,000 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की है।
इस बात की जानकारी चेयरमैन मुकेश अंबानी ने यह जानकारी राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट में दी है। उन्होंने बताया कि निवेश रिटेल, सौर ऊर्जा और हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों में होगा।
कंपनी 25 लाख रोजगार पैदा करने और 4.5 करोड़ लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। जियो का भी विस्तार किया जाएगा, जिससे 5G कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
अडाणी समूह
अडाणी समूह का भी बड़ा ऐलान
इसी कार्यक्रम में अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने भी पूर्वोत्तर में 50,000 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि 3 महीने पहले उन्होंने असम में इतने ही निवेश का वादा किया था और अब क्षेत्र की संभावनाओं को देखते हुए इस रकम को दोगुना कर रहे हैं। अगले 10 वर्षों में यह निवेश होगा।
यह ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रेरित होकर किया गया, जिसकी अडाणी ने खुले मंच पर सराहना की।
उपयोग
निवेश का असर और उपयोग
रिलायंस और अडाणी दोनों कंपनियों के यह निवेश पूर्वोत्तर भारत के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और रिटेल, सौर ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवाओं तथा डिजिटल कनेक्टिविटी में सुधार आएगा।
रिलायंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को स्कूलों, अस्पतालों और घरों तक पहुंचाने की दिशा में भी काम करेगा। इन निवेशों से क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और पड़ोसी देशों की तरह तेज विकास संभव हो सकेगा।
ऑपरेशन सिंदूर
'ऑपरेशन सिंदूर' पर बोले अंबानी
अंबानी ने प्रधानमंत्री मोदी को 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के लिए सलाम किया और कहा कि यह मिशन उनके संकल्प और सेना की बहादुरी का प्रमाण है।
उन्होंने बताया कि रिलायंस का लक्ष्य पूर्वोत्तर को एशिया के विकसित देशों की तरह तरक्की की राह पर लाना है। जियो नेटवर्क के जरिए लोगों को बेहतर डिजिटल सेवाएं मिलेंगी।
इन दोनों कॉरपोरेट दिग्गजों के इस फैसले से पूर्वोत्तर की तस्वीर बदलने की उम्मीद जताई जा रही है।