तेलंगाना सरकार ने अडाणी समूह का 100 करोड़ रुपये का चंदा लौटाया, जानिए क्या बताया कारण
कारोबारी गौतम अडाणी और उनके अडाणी समूह पर अमेरिका में घूसखोरी का आरोप लगने के बाद तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अडाणी फाउंडेशन से यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी को मिले 100 करोड़ रुपये के दान के हस्तांतरण पर रोक लगा दी है। तेलंगाना सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी जयेश रंजन ने अडाणी फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. प्रीति अडाणी को एक पत्र लिखकर राशि हस्तांतरित न करने की जानकारी दी है।
तेलंगाना सरकार ने पत्र में क्या बताया कारण?
जयेश रंजन द्वारा भेजे गए पत्र में लिखा है, "हम आपके फाउंडेशन की ओर से यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी को 100 करोड़ रुपये देने के लिए आभारी हैं। हमने अभी किसी भी दानकर्ता से धन के भौतिक हस्तांतरण के लिए नहीं कहा क्योंकि विश्वविद्यालय को धारा 80जी के तहत आयकर छूट नहीं मिली। हालांकि, छूट का आदेश हाल में आया है, लेकिन मुख्यमंत्री ने वर्तमान परिस्थितियों और विवादों को देखते हुए धन हस्तांतरण की मांग न करने को कहा है।"
क्या है गौतम अडाणी से जुड़ा विवाद?
अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने अडाणी समूह पर अमेरिका की बिजली वितरण कंपनियों के साथ सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को कथित तौर पर 2,000 करोड़ रुपये रिश्वत देने का आरोप लगाया है। दावा है कि ये बात अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छिपाई गई। अडाणी समूह को अनुबंध मिलने से करीब 16,000 करोड़ रुपये के लाभ की उम्मीद थी। अमेरिकी कोर्ट ने अडाणी और उनके भतीजे सागर समेत 8 को आरोपी बनाया है।