
लॉकडाउन में भारतीय अरबपतियों की घट रही संपत्ति, केवल यह अरबपति हो रहा अमीर
क्या है खबर?
दुनियाभर में फैली महामारी के कारण कारोबार और अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है।
डगमगाती अर्थव्यवस्था के कारण शेयर बाजारों में गिरावट आ रही है, जिससे अमीर लोगों की संपत्ति में भी सेंध लग गई है।
भारत की बात करें तो देश के सबसे बड़े धनकुबेर मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति में पिछले दो महीने में 19 अरब डॉलर की गिरावट आ गई।
इससे विपरित एक कारोबारी ऐसा है, जिसकी संपत्ति तेजी से बढ़ी है।
आइये, उसकी जानते हैं।
फायदा
डी-मार्ट वाले दमानी की संपत्ति में हआ इजाफा
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने पिछले महीने देशभर में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था।
हालांकि, पहले से इसकी संभावना व्यक्त की जा रही थी और देशभर के शहरों में लोगों ने कमी से बचने के लिए अपने घर के सामान का स्टॉक फुल कर लिया।
इसका सीधा फायदा डी-मार्ट वाले राधाकिशन दमानी को हुआ और उनकी संपत्ति में इजाफा होना शुरू हो गया।
मुनाफा
दमानी की कंपनी के शेयर 24 फीसदी बढ़े
दमानी के पास एवेन्यू सुपरमार्ट लिमिटेड का नियंत्रण हैं। इस साल उनकी कुल संपत्ति 11 फीसदी इजाफे के साथ 10.7 बिलियन डॉलर (लगभग 814 करोड़ रुपये) हो गई है।
इस लिहाज से संपत्ति में इजाफा करने वाले दमानी उन 12 भारतीय अरबपत्तिों में से अकेले हैं, जिनकी संपत्ति पर ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स नजर रखता है।
दमानी की संपत्ति में बड़ा हिस्सा एवेन्यू सुपरमार्ट के शेयर का है, जिनके दाम इस साल 24 फीसदी बढ़े हैं।
जानकारी
इस वजह से बढ़ी दमानी की संपत्ति
दमानी की संपत्ति में इजाफा होने की वजह लोगों द्वारा लॉकडाउन से पहले जमकर की गई खरीदारी और जमाखोरी को बताया जा रहा है। 21 दिनों के लॉकडाउन से पहले शहरों में घर का सामान खरीदने वालों की लंबी कतारें देखी गई थीं।
बयान
मॉल्स से बाहर स्टोर होने का मिलेगा फायदा- जानकार
मुंबई स्थित इन्वेस्टमेंट एडवायजरी कंपनी क्रिस के डायरेक्टर अरुण केजरीवाल बताते हैं, "डर के चलते लोग जमकर खरीदारी और जमाखोरी कर रहे हैं, जिससे बिक्री बढ़ी है। इस कारण कंपनी के शेयर में इजाफा देखा गया। उनका बिक्री का मॉडल और शॉपिंग मॉल्स के बाहर से संचालन का तरीका भी आने वाले समय में उनको फायदा पहुंचायेगा।"
इस दौरान दमानी के अलावा पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के संस्थापक साइरस पूनावाला की संपत्ति में भी इजाफा हुआ है।
लॉकडाउन
डी-मार्ट के कंपीटिटर नहीं उठा पाए मौके का फायदा
हालांकि, इस दौरान डी-मार्ट के कंपीटिटर को हालातों का फायदा नहीं मिला।
भारत की दूसरी सबसे बड़ी रिटेल चैन फ्यूचर ग्रुप के शेयर में भारी गिरावट देखी गई।
देशभर में लगभग 1,300 स्टोर्स वाले फ्यूचर ग्रुप पर कर्ज का भार भी बढ़ रहा है।
लॉकडाउन के दौरान सामान की आवाजाही जारी रहने तक डी-मार्ट को स्टॉक खाली होने की चिंता नहीं है और लॉकडाउन के जल्द खत्म होने के संकेत नहीं मिल रहे हैं।