ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट मार्केट वैल्यू के हिसाब से दुनिया की शीर्ष 2 कंपनियां
क्या है खबर?
ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट मार्केट वैल्यू के हिसाब से इस साल भी विश्व की 2 बड़ी ग्लोबल कंपनियां बनी हुई हैं।
पिछले महीने ऐपल लगभग 2,46,75,465 करोड़ रुपये के बाजार मूल्य तक पहुंचने वाली दुनिया की पहली कंपनी बन गई।
अल्फाबेट, मेटा, चिप निर्माता इंटेल और चिप उपकरण निर्माता लैम रिसर्च जैसी कंपनियों की मजबूत तिमाही आय से पिछले महीने पूरा बाजार बढ़ा रहा।
देखा जाए तो शीर्ष में मौजूद दोनों कंपनियां टेक्नोलॉजी क्षेत्र की हैं।
कंपनी
मार्केट वैल्यू के हिसाब से ये हैं टॉप-10 कंपनियां
मार्केट वैल्यू के हिसाब से टॉप-10 कंपनियों की लिस्ट में टेक कंपनियों के अलावा अन्य कंपनियों ने भी जगह बनाई है।
ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट के बाद लिस्ट में तीसरे नंबर पर सउदी अरेबियन ऑयल कंपनी (सउदी अरामको) है। गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट चौथे नंबर पर और अमेजन पांचवे नंबर पर है।
अन्य कंपनियों की स्थिति की बात करें तो एनवीडिया, टेस्ला, मेटा, बर्कशायर हैथवे और वीजा क्रमश: छठवें, सातवें, आठवें और नौवें और 10वें नंबर पर हैं।
ऐपल
ऐपल गुरुवार को करेगी अप्रैल-जून तिमाही की आय की घोषणा
ऐपल गुरुवार को अप्रैल-जून तिमाही के लिए अपनी आय की घोषणा करने वाली है।
सबसे ज्यादा मार्केट वैल्यू वाली यह कंपनी आईफोन के अलावा एयरपॉड, आईपैड, ऐपल वॉच मैकबुक सहित अन्य प्रोडक्ट बनाती है।
ऐपल ने हाल ही में अपना मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट विजन प्रो पेश किया है। इस हेडसेट के साथ ऐपल ने कई वर्षों बाद एक नई हार्डवेयर कैटेगरी में प्रवेश किया है।
ऐपल ने भारत में अपने 2 स्टोर भी खोले हैं।
माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट को क्लाउड कंप्यूटिंग और सॉफ्टवेयर बिजनेस से मिली बढ़त
माइक्रोसॉफ्ट को क्लाउड कंप्यूटिंग और ऑफिस सॉफ्टवेयर बिजनेस में शानदार बढ़त मिली। इससे कंपनी ने अपनी चौथी तिमाही के राजस्व के लिए वॉल स्ट्रीट के अनुमान को भी पीछे छोड़ दिया है।
हालांकि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में माइक्रोसॉफ्ट के आक्रामक निवेश से जुलाई में इसके शेयर की कीमत 1.4 प्रतिशत घटी है।
जुलाई के अंत में इसकी मार्केट वैल्यू लगभग 1,97,40,000 करोड़ रुपये रही। माइक्रोसॉफ्ट को AI में निवेश से उस क्षेत्र में बढ़त भी मिली है।
आरामको
दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल कंपनी है सउदी अरामको
सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल प्रॉड्यूसर कंपनी है। इसकी स्थापना 1933 में अमेरिकी कंपनी के रूप में हुई थी और इसने 1938 में तेल निकालने की शुरुआत की थी।
सऊदी सरकार ने 1973 में इसमें 25 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी और फिर 1970 के दशक के अंत में इसमें 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली।
पहले इसका नाम अरब अमेरिकन ऑयल कंपनी था, लेकिन सऊदी सरकार द्वारा अरामको की पूरी हिस्सेदारी खरीदने के बाद इसका नाम सऊदी अरामको हो गया।
अन्य
मार्केट के सकारात्मक नतीजों में टेक सेक्टर का सबसे अधिक योगदान
सबसे अधिक मार्केट वैल्यू वाली कंपनियों की लिस्ट में टॉप-10 के बाद यूनाइटेड हेल्थ ग्रुप, लग्जरी ब्रांड लुई वितों, ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, जेपी मॉर्गन, जॉनसन एंड जॉनसन, टैंसेंट और वॉलमार्ट आदि का नंबर आता है।
रिफिनिटिव डाटा से पता चलता है कि 69 प्रतिशत बड़ी और मिड कैप अमेरिकी कंपनियों ने अब तक विश्लेषकों के दूसरी तिमाही के आय के अनुमानों को पार कर लिया है। इन सकारात्मक नतीजों में 82 प्रतिशत योगदान टेक सेक्टर का है।