गूगल CEO सुंदर पिचई को 2022 में हुई 18 अरब रुपये की कमाई
गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट कंपनी के CEO सुंदर पिचई को मिलने वाला वेतन पैकेज 2022 में बढ़कर लगभग 18 अरब रुपये हो गया। उनके वेतन में यह वृद्धि उन्हें मिलने वाले स्टॉक के जरिए हुई है। इसके साथ पिचई उन कंपनी प्रमुखों में से एक हो गए हैं, जिन्हें दुनिया में सबसे अधिक वेतन मिलता है। अल्फाबेट की शुक्रवार को फाइलिंग के अनुसार, पिचई के वेतन में स्टॉक का हिस्सा लगभग 17 अरब रुपये है।
3 वर्ष में एक बार मिलता है स्टॉक
वर्ष 2021 में सुंदर पिचई का वेतन लगभग 51 करोड़ रुपये था। उन्हें पिछले साल स्टॉक नहीं मिले थे। पिछले 3 वर्षों से उनका वेतन लगभग 16 करोड़ रुपये पर स्थिर बना हुआ है। वर्ष 2019 में पिचई को लगभग 23 अरब रुपये का वेतन पैकेज मिला था। पिचई के वेतन में स्टॉक का हिस्सा कुल वेतन को काफी ज्यादा बना देता है। ये स्टॉक 3 साल में एक बार दिया जाता है।
विवाद का विषय रहा है स्टॉक
गूगल नॉलेज और इंफॉर्मेशन के सीनियर वॉइस प्रेसिडेंट प्रभाकर राघवन और चीफ बिजनेस ऑफिसर फिलिप शिंडलर दोनों को लगभग 3-3 अरब रुपये मिले। वहीं चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर रूथ पोराट को लगभग 2 अरब रुपये मिले हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इन सभी को भत्ते के रूप में मिलने वाला स्टॉक वार्षिक आधार पर दिया जाता है। हालांकि, अमेरिका में दिया जाने वाला स्टॉक विवाद का विषय भी रहा है। छंटनी के दौर में ये और प्रासंगिक हो गया है।
छंटनी के बीच स्टॉक पर उठे सवाल
भत्ते के तौर पर दिए जाने वाले स्टॉक से पिचई का वेतन औसत कर्मचारी के वेतन के मुकाबले लगभग 800 गुना अधिक था। यह वेतन असमानता ऐसे समय में सामने आई है, जब गूगल और उसकी मूल कंपनी अल्फाबेट वैश्विक स्तर पर लोगों को नौकरी से निकाल रही हैं। अल्फाबेट ने जनवरी में दुनिया भर में 12,000 नौकरियों में कटौती करने की योजना की घोषणा की थी। यह छंटनी अल्फाबेट के कुल वर्कफोर्स के 6 प्रतिशत के बराबर है।
गूगल कर्मचारी कर रहे हैं छंटनी का विरोध
गूगल की तरफ से छंटनी की घोषणा के बाद गूगल कर्मचारी सैलरी में भारी अंतर, कॉस्ट कंटिंग आदि के नाम पर कर्मचारियों को निकाले जाने को लेकर अलग-अलग देशों में अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। इस महीने की शुरुआत में ही लंदन ऑफिस के बाहर छंटनी को लेकर सैकड़ों कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया था। पिछले महीने गूगल के ज्यूरिख ऑफिस में लगभग 200 लोगों की छंटनी के बाद कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
पिचई 2019 में बने थे अल्फाबेट के CEO
पिचई का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में वर्ष 1972 में हुआ। 50 वर्षीय पिचई चेन्नई में पले-बढ़े और IIT से पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स और व्हॉर्टन स्कूल से MBA की पढ़ाई पूरी की। 2004 में उन्होंने गूगल में नौकरी शुरू की और 2014 में वह इसके प्रमुख बने। इसके बाद 2019 में गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट के CEO बने। पिचई के वेतन और भत्ते में उनकी सुरक्षा सहित कई खर्चे शामिल हैं।