छोटी गाड़ियां देती हैं अधिक माइलेज जैसे मिथकों को क्या आप भी मानते हैं सच?
भारत में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों की वजह से कार मालिकों को माइलेज की चिंता सताने लगी है। लोग अपनी गाड़ियों की माइलेज बढ़ाने के लिए कई मिथकों को भी सच मानना और अपनाना शुरू कर चुके हैं। आज हम आपके लिए ऐसे ही 5 मिथकों की जानकारी लेकर लाए हैं, जिनका उपयोग कई लोग माइलेज बढ़ाने के लिए करते हैं, लेकिन ये असरदार नहीं होते। आइये इनके बारे में जानते हैं।
मिथक 1- छोटी गाड़ियां देती हैं अधिक माइलेज
कई लोगों को लगता है कि छोटी डायमेंशन वाली गाड़ियों का माइलेज बड़ी गाड़ियों की तुलना में अधिक होता है। हालांकि, ऐसा नहीं है। जिन गाड़ियों में बेहतर इंजन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है, वो बेहतर माइलेज देती हैं। बता दें कि मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा आकार में बड़ी है और यह करीब 27 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती हैं। वहीं मारुति इग्निस एक छोटी गाड़ी है, लेकिन यह 24 किलोमीटर प्रति लीटर का ही माइलेज देती है।
मिथक-2 मैनुअल कार देती हैं अधिक माइलेज
आपने कई लोगों से सुना होगा मैनुअल गाड़ियां ऑटोमैटिक कारों की तुलना में अधिक माइलेज देती हैं। यह बात भी सही नहीं है। गाड़ी के माइलेज पर गियरबॉक्स के प्रकार का कोई असर नहीं होता। अगर आप कोई भी गाड़ी चलाते समय बार-बार एक्सेलरेटर का प्रयोग करते हैं तो आपको माइलेज में थोड़ी कमी देखने को मिलेगी। इसलिए अगर माइलेज में बढ़ोतरी चाहते हैं तो गाड़ी को एक समान स्पीड पर चलाएं।
मिथक 3- प्रीमियम फ्यूल से मिलती है अधिक माइलेज
बेहतर माइलेज के चक्कर में कुछ लोग अपनी गाड़ी में प्रीमियम फ्यूल (ऑक्टेन पेट्रोल) डलवाने लगते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें बेहतर माइलेज नहीं मिलती। दरअसल प्रीमियम फ्यूल को खास सुपरचार्ज और टर्बोचार्ज जैसे हाई-परफॉरमेंस इंजन के लिए ही बनाया गया है। साधारण इंजन वाली गाड़ियों में इसका कोई असर नहीं होता और इस वजह से प्रीमियम फ्यूल का गाड़ी के माइलेज पर कुछ खास फर्क नहीं पड़ता है।
मिथक 4- AC चलाने से अधिक कम नहीं होती माइलेज
कई लोग अच्छे माइलेज के चक्कर में AC का इस्तेमाल नहीं करते हैं। उन्हें लगता है कि इससे माइलेज पर बुरा असर पड़ता है। ऑटो एक्सपर्ट के अनुसार, कार में AC चलाने से माइलेज पर 5 से 7 प्रतिशत तक का असर पड़ता है। इसलिए इसका इस्तेमाल करना अधिक महंगा नहीं पड़ता है और ना ही माइलेज पर अधिक असर पड़ता है। हालांकि, बहुत ज्यादा AC चलाने पर माइलेज में थोड़ी गिरावट आ सकती है।
मिथक-5 फ्यूल बचाने के लिए बार-बार बंद करें गाड़ी
कई चालक ट्रैफिक में वाहन का फ्यूल बचाने के चक्कर में गाड़ी को बार-बार बंद कर देते हैं। हालांकि, यह तरीका भी सही नहीं है। असल में गाड़ी को स्टार्ट करने में अधिक फ्यूल लगता है और बार-बार वाहन को बंद करके चालू करने में फ्यूल की खपत काफी अधिक होती है। इसलिए अगर आप थोड़ा कम ट्रैफिक में फंसे हैं तो गाड़ी को स्टार्ट ही रहने दें और एक्सेलरेटर से अपने पैर हटा लें।