नाइट शिफ्ट में काम रहे हैं तो स्वस्थ रहने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स
नाइट शिफ्ट में काम कर रहे लोगों को अक्सर स्वास्थ्य संबंधित चिंताएं होने लगती हैं। इसकी वजह से काम की प्रोडक्टिविटी में कमी होने लगती है और फिर पूरे सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इससे बचाव के लिए शिफ्ट चेंज करने या जॉब छोड़ने की जरूरत नहीं हैं, बस नीचे लिखे गए टिप्स अपनाने की जरूरत है। आइए ऐसे पांच टिप्स जानते हैं, जिनकी मदद से नाइट शिफ्ट में काम करते हुए भी स्वस्थ रहा जा सकता है।
सोने का एक शेड्यूल सेट करें
नाइट शिफ्ट में काम करने के लिए शरीर को पहले से तैयार करना जरूरी है, इसलिए सोने का एक शेड्यूल सेट करें और सख्ती से पालन करें। जैसे कि सुबह 6:00 से 10:00 बजे के बीच आराम करने की कोशिश करें और नाइट शिफ्ट में बेहतर तरीके से काम करने के लिए दोपहर 2:00 से शाम 4:00 बजे के बीच झपकी लें। इस चीज को सुनिश्चित करें कि छुट्टी के दिनों में भी आप इसी शेड्यूल का पालन करें।
नियमित रूप से एक्सरसाइज करना है जरूरी
लोग अक्सर सुबह के समय एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं, लेकिन सुबह के समय ही एक्सरसाइज करने से सेहत अच्छी होगी, ऐसा जरूरी नहीं है। खुद के शेड्यूल के मुताबिक एक्सरसाइज करने के लिए एक समय तय करें। काम से पहले या काम के बाद भी एक्सरसाइज करने की योजना बनाई जा सकती है। पूरे दिन में एक बार एक्सरसाइज करने से आप ज्यादा ऊर्जावान और नाइट शिफ्ट में काम के दौरान फ्रेश महसूस कर सकते हैं।
सबके लिए सीमाएं तय करें
किसी दूसरे व्यक्ति के कहने पर खुद के शेड्यूल के विपरित बिल्कुल न जाएं। लोगों को अपनी दिनचर्या के बारे में बताएं कि आप किस समय सोते हैं और किस समय काम करते हैं। इससे वह यह जान सकेंगे कि आपसे कब बात करना है और कब नहीं। इसके अलावा एक कागज पर सोने का शेड्यूल लिखकर उसे कमरे के दरवाजे पर छिपका दें। ऐसा करने से परिवार के सदस्य भी आपको सोते वक्त परेशान नहीं करेंगे।
समय का ध्यान रखते हुए स्वस्थ भोजन खाए
नाइट शिफ्ट में काम करते हुए सही डाइट और भोजन का शेड्यूल बनाना मुश्किल हो जाता है, लेकिन स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए नियमित भोजन करना जरूरी है। काम के मुताबिक शेड्यूल बनाते वक्त 24 घंटे में तीन बार भोजन करने का शेड्यूल भी तय करें और फिर इसका सख्ती से पालन करें। अगर भोजन करने के बाद भी भूख लगें तो इसके लिए खुद के पास स्वस्थ स्नैक्स रखें और उसे खाए।
झपकी लेना भी है जरूरी
नाइट शिफ्ट में काम कर रहे लोगों को सामान्य लोगों की तुलना में सोने के लिए कम समय मिलता है। इस वजह से नींद को पूरा करने के लिए बीच-बीच में कुशलता से झपकी (नैपिंग) लें। अगर लंबे समय तक नींद की कमी रहती है तो इससे सिरदर्द, चिड़चिड़ापन और बर्नआउट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा इन समस्याओं के कारण ऑफिस से ज्यादा सिक लीव और काम के प्रोडक्टिविटी में कमी जैसी दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं।