राजस्थान: पेट्रोल पंप मालिक की अनोखी पहल, सिंगल यूज प्लास्टिक लाइये और ईंधन पर छूट पाइये
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित एक पेट्रोल पंप ने सिंगल यूज प्लास्टिक को कम करने के लिए एक अनूठी पहल की है। इसके तहत खाली प्लास्टिक पाउच और बोतलें पंप पर जमा करने वालों को पेट्रोल पर एक रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 50 पैसे प्रति लीटर की छूट दी जा रही है। सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण के खिलाफ लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए यह अनोखा ऑफर पेश किया गया है।
भीलवाड़ा को पॉलीथिन और प्लास्टिक से मुक्त बनाना है लक्ष्य
पेट्रोल पंप मालिक ने दूध के खाली पाउच लेने के लिए स्थानीय डेयरियों से भी गठजोड़ किया है, जिससे इनका भी निपटान हो सके। समाचार एजेंसी PTI के हवाले से छगनलाल बगतावरमल पेट्रोल पंप के मालिक अशोक कुमार मुंद्रा ने कहा, "मैंने प्लास्टिक और पॉलिथीन के इस्तेमाल के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए इस अभियान की शुरुआत की है।" उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि पर्यावरण को बचाने के लिए भीलवाड़ा पॉलीथिन और प्लास्टिक से मुक्त हो।
क्या है पूरी प्रक्रिया?
मुंद्रा ने 15 जुलाई को तीन महीने की इस पहल शुरूआत की थी, जिसमें पेट्रोल पंप पर एक लीटर दूध की खाली थैली या आधा लीटर के दो पाउच या एक लीटर पानी की बोतल लाने वाले व्यक्ति को पेट्रोल और डीजल पर छूट का लाभ उठाने के लिए कूपन दिया जाता है। इन पाउच को पेट्रोल पंप पर एकत्र किया जाता है और निपटान के लिए सारस डेयरी को दे दिया जाता है।
अभियान को मिल रहा समर्थन
अभियान के लिये पेट्रोल पंप मालिक को स्थानीय प्रशासन और व्यापारियों का भी सहयोग मिला है। भीलवाड़ा स्थित सरस डेयरी ने पेट्रोल पंप से सभी खाली पाउचों को निपटान स्थल पर पहुंचाने का वादा किया है। इसके तहत पेट्रोल पंप पर एकत्र किए गए खाली पाउच और बोतलों को बाद में मुंद्रा के स्वामित्व वाली पास की एक जमीन में दफना दिया जाएगा। यह डेयरी ब्रांड निपटान भी अभियान के समर्थन में सिंगल यूज प्लास्टिक को एकत्र कर रहा है।
उम्मीद से कम रहा है प्लास्टिक पाउच का संग्रहण
अब तक पेट्रोल पंप को दूध के करीब 700 खाली पाउच मिल चुके हैं। हालांकि, यह मुंद्रा के अनुमान से बहुत कम हैं, उन्होंने कहा कि उन्हें एक महीने में कम से कम 10,000 प्लास्टिक पाउच की उम्मीद थी। यह संख्या काफी कम रही है। मानसून के मौसम में पेट्रोल पंप पर ग्राहकों की संख्या भी कम है। मालिक के अनुसार, इस अभियान को छह महीने तक और बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है।
न्यूजबाइट्स प्लस
पर्यावरण को होते नुकसान के चलते देश में 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। यहां टैप कर आपको प्लास्टिक के ऐसे विकल्पों के बारे में जानकारी मिलेगी जो पर्यावरण के अनुकूल हैं।