सिंगल चार्ज पर 1,000 किलोमीटर चलेंगी इलेक्ट्रिक कारें, नई बैटरी हुई विकसित
चीन की कंपनी 'कंटेम्परेरी एम्पेरेक्स टेक्नोलॉजी लिमिटेड' (CATL) ने एक ऐसी बैटरी विकसित करने का दावा किया है जिससे इलेक्ट्रिक कारें सिंगल चार्ज में 1,000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेंगी। CATL चीन की लिथियम आयन बैटरी बनाने वाली बड़ी कंपनी है। इस तरह की खोज से दुनिया में ऊर्जा की बड़ी बचत हो सकेगी। आइये जानते हैं इस नई बैटरी के बारे में जो इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास में एक क्रांति साबित हो सकती है।
क्यों खास है यह बैटरी?
बाजार में अभी EVs में जो बैटरियां लगाई जाती हैं वे सिंगल चार्ज पर अधिकतम 500 किलोमीटर के लगभग की रेंज ही देने की क्षमता रखती हैं। भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार टाटा नेक्सन मैक्स EV की रेंज भी सिर्फ 437 किलोमीटर है।
ईंधन पर बढ़ते खर्च से परेशान होकर बनाई यह बैटरी
CATL ने इन बैटरियों का बड़े स्तर पर उत्पादन करने की योजना बनाई है। कंपनी इसके लिए चीन के चार बडे शहरों में काम शुरू करने वाली है। कंपनी ने इस तरह की खोज करने का निर्णय पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते हुए अपने नुकसान को देखकर लिया था। कंपनी का मानना है कि इस तरह की खोज से दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों को बहुत प्रोत्साहन मिलेगा और प्रदूषण से लड़ने में भी मदद मिलेगी।
दुनिया में सबसे अधिक ऊर्जा क्षमता वाली बैटरी
CATL ने इस बैटरी को कीलिन (Qilin) और CTP 3.0 नाम दिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बैटरी का नाम चीनी पौराणिक कथाओं में 'कीलिन' नामक एक पौराणिक प्राणी के नाम पर रखा गया है। यह बैटरी सेल-टू-पैक (CTP) तकनीक की तीसरी जनरेशन पर आधारित है। इसकी ऊर्जा उपयोग क्षमता 72 प्रतिशत तक है और यह 255Wh प्रति किलोग्राम ऊर्जा जनरेट करने की क्षमता रखती है। यह दुनिया में सबसे अधिक है।
बैटरी में है CTP तकनीक
CATL के अनुसार इसमें बिना मॉड्यूल के सेल्स को पैक में सीधे इंटीग्रेट करने वाली CTP तकनीक का इस्तेमाल हुआ है। जो बैटरी की ऊर्जा क्षमता में सुधार करती है, विनिर्माण को सरल बनाती है और लागत को कम करने में मदद करती है।
CATL करती रही है EVs के लिए बैटरियों का उत्पादन
इनका उत्पादन शुरू होने के बाद ये बैटरियां अगले साल तक बाजार में आ जाएंगी और जल्द ही EVs में इनका इस्तेमाल होना भी शुरू हो जाएगा। CATL पहले से ही दुनिया भर की EVs के लिए बैटरियों का निर्माण करने के लिए जानी जाती है। कंपनी का कहना है कि इस तकनीक की बैटरियां न सिर्फ ज्यादा रेंज देंगी बल्कि सामान्य बैटरी की तुलना में जल्दी चार्ज भी होंगी।