अगर चीन LAC का उल्लंघन करता है तो रूस नहीं करेगा भारत की मदद- अमेरिकी अधिकारी
भारत दौरे पर आए अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने कहा कि रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को दरकिनार करने वाले देशों को इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है। उनका यह बयान रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के दिल्ली पहुंचने से कुछ घंटों पहले आया। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर चीन दोबारा वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) में घुसपैठ करता है तो रूस भारत की सुरक्षा के लिए आगे नहीं आएगा।
रूस और चीन की दोस्ती का भारत पर भी पड़ेगा असर- सिंह
रूस और चीन के बीच बढ़ती दोस्ती पर चिंता जताते हुए सिंह ने कहा कि इसका भारत पर भी असर पड़ेगा। चीन के साथ रिश्तों में रूस एक जूनियर साझेदार होगा। चीन रूस से जितना फायदा उठाएगा, यह भारत के लिए उतना ही नुकसानदायक होगा।
भारत की मदद को नहीं आएगा रूस- सिंह
भारतीय-अमेरिकी अधिकारी सिंह ने कहा, "मैं नहीं मानता कि कोई भी इस बात पर भरोसा करेगा कि अगर चीन दोबारा LAC का उल्लंघन करते हुए घुसता है तो रूस भारत की मदद के लिए आगे आएगा। इस संदर्भ में हम चाहते हैं कि दुनिया के सभी लोकतंत्र और खासकर क्वाड एक साथ आए और यूक्रेन में चल रहे घटनाक्रमों और इसके प्रभावों पर अपने साझा हितों और चिंताओं पर मुखर रूप से बात करें।"
भारत का आयात प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं- सिंह
सिंह ने कहा, "हम चाहते हैं कि सभी देश और खासकर हमारे सहयोगी और साझेदार ऐसा कोई तंत्र न बनाए, जिससे रूबल (रूसी मुद्रा) को बढ़ावा मिले और डॉलर आधारित वित्तीय व्यवस्था कमजोर हो।" इस मौके पर उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि भारत द्वारा रूस से फिलहाल ऊर्जा का आयात किसी भी प्रतिबंध का उल्लंघन नहीं कर रहा है। बता दें कि भारत ने हालिया दिनों में रूस से ईंधन का आयात बढ़ाया है।
S-400 समझौते पर सिंह ने क्या कहा?
जब सिंह से पूछा गया कि क्या भारत के रूस से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद जैसे समझौतों पर प्रतिबंधों का कोई असर पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि यह निजी बातचीत का मुद्दा है। रूस पर लगाए प्रतिबंधों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसका मकसद यह दिखाना है कि अगर रूस यह बिना उकसावे, गैरकानूनी और गैर जरूरी आक्रमण जारी रखता है तो यह उसकी सामरिक विफलता होगी।
रूस पर प्रतिबंधों के पीछे सिंह की अहम भूमिका
यूक्रेन पर आक्रमण करने को लेकर अमेरिका ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लागू किए हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, लावरोव और रूस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी इन प्रतिबंधों के दायरे में रखा गया है। अमेरिका के इन प्रतिबंधों के सिंह की अहम भूमिका है। भारत दौरे पर पहुंचे सिंह ने गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की थी। वो वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से भी मिले थे।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
कई देशों के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी इन दिनों भारत का दौरा कर रहे हैं। दलीप सिंह के अलावा ब्रिटेन की विदेश मंत्री एलिजबेथ ट्रस भी भारत में हैं। बीते दिन रूस के विदेश मंत्री लावरोव भी दिल्ली पहुंचे थे और आज वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे। बीते हफ्तों में ऑस्ट्रिया और यूनान के विदेश मंत्रियों के अलावा अमेरिका की राजनीतिक मामलों की उप मंत्री विक्टोरिया नूलैंड भी भारत आई थीं।