नए इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की लॉन्चिंग पर रोक की खबरों से सरकार का इंकार

हाल ही में खबर आई थी कि आग लगने की घटनाओं को देखते हुए सरकार ने नए इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की लॉन्चिंग रोकने को कहा है। हालांकि, अब सरकार की तरफ से इन खबरों का खंडन किया गया है। खबरों में आग की घटना वाले वाहनों को वापस बुलाने की भी सूचना थी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सोशल मीडिया के जरिये एक बयान जारी कर इन सभी खबरों को गलत और तथ्यहीन बताया है।
मंत्रालय ने कहा "मीडिया के एक भाग द्वारा खबर दी गई कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माताओं को कहा है कि जब तक वाहनों में आग की घटनाओं की जांच नहीं होती तब तक वे नये वाहन लॉन्च न करें। मंत्रालय यह साफ कर देना चाहता है कि इस प्रकार का कोई निर्देश नहीं दिया गया है, ये खबरें निराधार, गुमराह करने वाली और सच से बहुत दूर हैं।"
दरअसल खबर थी कि दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं को देखते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नये दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार में उतारने पर रोक लगा दी है। रिपोर्ट में सरकारी अधिकारी के माध्यम से दावा किया गया था कि जिन EV निर्माताओं के दोपहिया वाहनों में आग लगने की घटना नहीं हुई है, वे अपने बेचे गए वाहनों पर ऐहतियात बरतें और घटनाओं पर नजर बनाए रखें।
आग की घटनाओं को देखते हुए सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले सप्ताह ही इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को खराबी वाले वाहन वापस बुलाने को कहा था। जिसके बाद ओला, ओकिनावा और प्योर ईवी ने अप्रैल 16 से अप्रैल 23 के बीच लगभग 7,000 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को वापस बुलाया लिया है। गौरतलब है कि देश के कई हिस्सों में इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
भारत EV को अपनाने के लिए आगे बढ़ रहा है लेकिन हाल ही में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं उपभोक्ताओं की भावनाओं को कुछ समय के लिए प्रभावित कर सकती हैं, परंतु पेट्रोल की बढ़ती कीमतें EV के लिए वरदान हैं।