
क्या भारत में फिर वापसी करेगी फोर्ड मोटर? EV के लिए है नई योजना
क्या है खबर?
कार निर्माता फोर्ड मोटर एक बार फिर भारत में वापसी कर सकती है।
बता दें कि फोर्ड ने भारत में बीते साल सितंबर में अपना उत्पादन बंद कर दिया था, लेकिन शुक्रवार को इसे केंद्र की PLI योजना में शामिल किया गया है। हालांकि, कंपनी की वापसी देश में बिक्री के लिए नहीं हुई है।
कंपनी आने वाले दिनों में वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के विस्तार के लिए भारत में अपनी सुविधाओं का उपयोग निर्यात के लिए करेगी।
योजना
चैंपियन OEM इंसेंटिव स्कीम के तहत हुई है वापसी
फोर्ड मोटर को PLI स्कीम के तहत आने वाली 'चैंपियन OEM इंसेंटिव स्कीम' में शामिल किया गया है। इस स्कीम में कुल 20 कार निर्माताओं में चुना गया है।
चैंपियन OEM इंसेंटिव स्कीम PLI योजना का ही एक हिस्सा है, जिसे 25,938 करोड़ रुपये के बजट के साथ लाया गया है।
फोर्ड ने कहा कि इस दशक के भीतर वह EV और बैटरी में 30 बिलियन डॉलर (लगभग 2,269 अरब रुपए) का निवेश करने वाली है।
फायदा
किफायती EV बनाने में मिलेगी मदद
भारत में कारों के उत्पादन को बंद करने से पहले फोर्ड दो सुविधा केंद्रों- साणंद और मराईमलाई में उत्पादन करती थी और अब वह भारत में एक प्लांट का उपयोग करने की संभावना तलाश रही है।
अनुमान है कंपनी साणंद प्लांट को EV विनिर्माण के लिए लेगी।
अगर फोर्ड इसमें सफल हो जाती है तो किफायती कार बनाने के साथ-साथ कंपनी को लागत में भी काफी मुनाफा मिलेगा, चूंकि यहां इनपुट कॉस्ट से लेकर मटेरियल तक काफी किफायती हैं।
असर
टेस्ला को लग सकता है झटका
भारत में EV बनाने के लिए फोर्ड मोटर को केंद्र से मिली मंजूरी टेस्ला के लिए एक झटके के रूप में आएगी।
टेस्ला कई महीनों से भारत में अपनी कारों की बिक्री के लिए आयात शुल्क में छूट की मांग कर रही है।
जिस पर केंद्र ने उसे स्थानीय वेंडरों से खरीद बढ़ाने और विनिर्माण योजनाओं को साझा करने की शर्त रखी है। हालांकि, टेस्ला ने अब तक भारत में अपनी उत्पादन योजनाओं को साझा नहीं किया है।
तैयारी
कड़ी टक्कर देने की हो रही तैयारी
इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में कदम रखने के साथ ही फोर्ड अपने प्रतिद्वंदीयों को कड़ी टक्कर देने की योजना भी बना रही है।
इसके लिए फोर्ड ने टेस्ला और ऐपल जैसी प्रौद्योगिकी कंपनी में काम कर चुके एग्जीक्यूटिव डौग फील्ड की मदद ले रही है।
उन्नत तकनीक और एम्बेडेड सिस्टम का नेतृत्व करने के लिए पिछले साल ही फील्ड फोर्ड कंपनी में शामिल हुए थे, ताकि इलेक्ट्रिक वाहनों की प्रमुख कंपनी टेस्ला को टक्कर दी जा सके।
भावी योजना
भारत में भी हो सकती फोर्ड EV की बिक्री
फोर्ड भारत में EV की बिक्री कर सकता है। कंपनी ने इसकी संभावना से इंकार नहीं किया है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक फोर्ड इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, "अभी इसपर कोई विशेष चर्चा नहीं हुई है, लेकिन भविष्य में इसपर विचार किया जा सकता है।"
वहीं, फोर्ड ने कहा कि कंपनी EV क्रांति के माध्यम से ग्राहकों का नेतृत्व करता है और निर्यात के लिए भारत में लगे संयंत्र का उपयोग कर सकता है।
निर्माण
सेमीकंडक्टर चिप भी बना रही फोर्ड
बीते साल ही फोर्ड और जनरल मोटर्स ने ऑटो उद्योग में चिप की कमी से निपटने में मदद करने के लिए सेमीकंडक्टर बनाने के व्यवसाय में प्रवेश करने की योजना बनाई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फोर्ड ने अमेरिका में सेमीकंडक्टर्स के निर्माण में तेजी लाने में मदद करने के लिए ग्लोबल फाउंड्रीज के साथ रणनीतिक साझेदारी भी कर ली है।इस समझौते के तहत ग्लोबल फाउंड्रीज फोर्ड के वर्तमान वाहन लाइनअप के लिए सेमीकंडक्टर की कमी में सुधार करेगी।