फोर्ड और जनरल मोटर्स बनाएंगी सेमीकंडक्टर, कई कंपनियों के साथ हुआ समझौता
क्या है खबर?
अमेरिका के दो सबसे बड़े कार निर्माता फोर्ड और जनरल मोटर्स ने ऑटो उद्योग में चिप की कमी से निपटने में मदद करने के लिए सेमीकंडक्टर बनाने के व्यवसाय में प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फोर्ड ने अमेरिका में सेमीकंडक्टर्स के निर्माण में तेजी लाने में मदद करने के लिए ग्लोबल फाउंड्रीज के साथ रणनीतिक साझेदारी भी कर ली है।
ये दोनों कंपनियां पहले ही भारत में अपनी प्रोडक्शन को बंद कर चुकी हैं।
समझौता
एक चिप निर्माता से समझौता कर चुकी है फोर्ड
फोर्ड मोटर कंपनी ने ग्लोबल फाउंड्री (एक चिप निर्माता) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है जो चिप निर्माता को फोर्ड के वर्तमान वाहन लाइनअप के लिए सेमीकंडक्टर की कमी में सुधार करने की अनुमति देगा।
ऑटोमोबाइल उद्योग में बढ़ती सेमीकंडक्टर की मांग को पूरा करने के लिए दोनों कंपनियां साथ मिलकर काम करेंगी।
माना जा रहा है कि दोनों कंपनियां पहले अपने लाइन-अप की सभी गाड़ियों में सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल करेगी।
जनरल मोटर्स
सात सेमीकंडक्टर निर्माताओं के साथ काम कर रही है जनरल मोटर्स
जनरल मोटर्स भी चिप्स की कमी को दूर करने के लिए करीब सात सेमीकंडक्टर निर्माताओं के साथ काम कर रही है। इनमें क्वालकॉम, ST माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक, ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑन सेमीकंडक्टर कॉर्प, NXP सेमीकंडक्टर्स और इनफिनॉन टेक्नोलॉजीज जैसी कंपनियां शामिल हैं।
सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से दुनियाभर की वाहन कंपनियों के उत्पादन में कमी आ रही है और यही वजह है कि पिछले कुछ महीनों से वाहनों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।
जानकारी
क्यों कम पड़ रहे सेमीकंडक्टर ?
पूरा विश्व कोविड-19 महामारी से लड़ रहा है। इस वजह से लंबे समय तक दुनियाभर में लॉकडाउन की स्थिति रही और लगभग सभी छोटे-बड़े कारोबार बंद थे।
सेमीकंडक्टर निर्माण करने वाली कंपनियां भी इस महामारी से प्रभावित हुई और उनके उत्पादन में असर पड़ा, जिस वजह से आज दुनिया में सेमीकंडक्टर की कमी आई है।
सिर्फ कोविड-19 ही नहीं, अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वार की वजह से भी सेमीकंडक्टर की कमी हुई है।
सेमीकंडक्टर
वाहन के लिए इतने महत्वपूर्ण क्यों है सेमीकंडक्टर?
वर्तमान समय में ज्यादातर कारों में कई इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स लगे होते हैं। जैसे कार में लगे म्यूजिक सिस्टम से लेकर कैमरा, बैटरी मनेजमेंट, मोटर कॉन्ट्रोल तक हर जगह इन सेमीकंडक्टर्स का इस्तेमाल होता है, इसलिए ये बहुत महत्वपूर्ण हैं।
भारतीय बाजार सेमीकंडक्टर की कमी से अमेरिका, यूरोप या जापान जैसे देशों जितना प्रभावित नहीं हुआ है, क्योंकि भारतीय कार निर्माता मुख्य रूप से एंट्री लेवल के वाहन ही बनाते हैं, जिनमें अधिक इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स नहीं होते।
फोर्ड
फोर्ड और जनरल मोटर्स बंद कर चुकी है भारत में प्रोडक्शन
पिछले कुछ सालों से भारत में फोर्ड को भारी नुकसान हुआ है। कंपनी ने बताया कि उसे पिछले 10 सालों में 2 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है।
कम मांग के चलते कंपनी के प्लांट में कुल क्षमता का 20 प्रतिशत ही उत्पादन हो रहा है, जिससे लागत बढ़ रही थी।
बता दें कि फोर्ड से पहले जनरल मोटर्स भी भारत से अपना कारोबार समेटकर लौट चुकी है। उसने अपना संचालन पूरी तरह से बंद किया था।