भारत को करना होगा टेस्ला कारों के लिए इंतजार, एलन मस्क ने बताई देरी की वजह
साल 2019 के शुरुआत में टेस्ला कारों की भारत में लॉन्चिंग की बात कही गई थी, लेकिन अब तक इसके कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। आयात शुल्क में छूट की मांग को लेकर आखिरकार एलन मस्क ने इसके बारे में अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा कि इसमें अभी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ सरकारी सूत्रों ने इस पर जबरदस्त प्रतिक्रिया देते हुए उनके बयान को पूरी तरह से खारिज किया है।
क्या था ट्वीट?
हाल में एक ट्विटर यूजर ने एलन मस्क से पूछा था कि क्या भारत में टेस्ला के लॉन्च के बारे में कोई अपडेट है? कंपनी की कारें बहुत अच्छी हैं और उन्हें दुनिया के हर कोने में होना चाहिए। इस ट्वीट के जवाब में मस्क ने कहा कि इसमें अभी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और इन्हे दूर करने के लिए टेस्ला भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है।
यहां देखें ट्वीट
सरकारी सूत्रों ने खारिज की बात
एलन मस्क के ट्वीट के तुरंत बाद सरकारी सूत्रों ने उनके दावों को खारिज कर दिया और बिजनेस टुडे को बताया कि एलन मस्क सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों ने यह भी कहा कि सरकार दबाव की रणनीति के आगे नहीं झुकेगी। वर्तमान में भारत में PLI योजना है, जिसके तहत अगर टेस्ला स्थानीय स्तर पर उत्पादन करती है तो उसे इस योजना का लाभ मिलेगा।
टेस्ला ने की है टैक्स में छूट की मांग
टेस्ला ने भारत में लगने वाली इंपोर्ट टैक्स में छूट की मांग रखी है। टेस्ला ने कहा है कि 40,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक के कस्टम ड्यूटी वाले जीरो एमिशन वाहनों पर 110 प्रतिशत का आयात शुल्क कहीं से भी सही नहीं है। इसलिए निर्माता ने सरकार से अनुरोध किया है कि इलेक्ट्रिक कारों पर सीमा शुल्क टैरिफ को 40 प्रतिशत तक कम किया जाए और इलेक्ट्रिक कारों पर 10 प्रतिशत लगने वाला सोशल वेल्फेयर सरचार्ज भी वापस लिया जाए।
सरकार ने रखी हैं ये शर्तें
सरकार ने आयात शुल्क कम करने से पहले टेस्ला के सामने स्थानीय वेंडरों से खरीद बढ़ाने और विस्तृत विनिर्माण योजनाओं को साझा करने के लिए कहा है। इनके बाद ही सरकार आयात शुल्क कम करने की मांग पर विचार करेगी।
टेस्ला ने निवेश का किया है वादा
टेस्ला ने दावा किया कि उसने भारत से वाहनों से संबंधित सामान के लिए अब तक 100 मिलियन डॉलर (लगभग 7.4 अरब रुपये) की खरीदारी की है और सुझाव दिया है कि किसी भी टैक्स रियायत के बाद यह आंकड़ा और बढ़ेगा। इसके अलावा प्राप्त जानकारियों से पता चलता है कि टेस्ला इंस्ट्रूमेंट पैनल, विंडशील्ड, गियर, पावर सीट और डिफरेंशियल जैसे जरूरी उपकरणों के लिए कम से कम तीन भारतीय सप्लायर के साथ भी बातचीत कर रही है।