#NewsBytesExplainer: कौन हैं अर्जेंटीना के भावी राष्ट्रपति जेवियर माइली, जो रैलियों में आरी लेकर जाते थे?
क्या है खबर?
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति चुनाव में दक्षिणपंथी नेता जेवियर माइली ने जीत दर्ज की है। चुनाव में माइली ने 20 लाख वोटों के भारी अंतर से अपनी प्रतिद्वंदी सर्जियो मस्सा को हराया।
माइली ने चुनाव में आर्थिक संकट से जूझ रही अर्जेंटीना की जनता से कई बड़े वादे किए, जिनमें केंद्रीय बैंक को खत्म करके नई बैंकिंग व्यवस्था लागू करना भी शामिल है।
आइए अर्जेंटीना के नए राष्ट्रपति माइली के बारे में विस्तार से जानते हैं।
चुनाव
सबसे पहले जानें चुनाव में किसे कितने वोट मिले
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार को हुए अर्जेंटीना के राष्ट्रपति पद के चुनाव में 53 वर्षीय माइली को कुल 55.8 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि उनकी प्रतिद्वंदी मस्सा को महज 44.2 प्रतिशत वोट ही हासिल हुए।
चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद माइली के समर्थकों ने देशभर में जश्न मनाना शुरू कर दिया। हजारों की संख्या में समर्थक सड़कों पर उतर आए और माइली के समर्थन में नारेबाजी की।
Details
कौन हैं जेवियर माइली?
22 अक्टूबर, 1970 को जन्मे माइली ने बेलग्रानो यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में स्नातक किया है। इसके बाद उन्होंने अर्थशास्त्र में परास्नातक और फिर डॉक्टरेट उपाधि भी हासिल की।
माइली राजनीति में आने से पहले कई यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र पढ़ा चुके हैं। उन्होंने अर्थशास्त्र और राजनीति पर कई किताबें भी लिखी हैं।
वह अर्जेंटीना की राजनीतिक पार्टी 'ला लिबर्टाड अवान्जा' के बड़े नेता हैं। उन्हें अगस्त में हुए प्रारंभिक चुनाव में 30 प्रतिशत वोट मिले थे।
वादा
चुनाव में माइली को क्यों मिली जीत?
अर्जेंटीना राष्ट्रपति चुनाव में अर्थव्यवस्था में सुधार और महंगाई बड़े मुद्दे रहे और देश में महंगाई दर 150 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है।
माइली ने अर्जेंटीना की जनता से बड़े पैमाने पर आर्थिक सुधारों का वादा किया है। इनमें केंद्रीय बैंक को खत्म करके अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए नई व्यवस्था लागू करना शामिल है।
इसके अलावा उन्होंने महंगाई, भ्रष्टाचार और गरीबी मिटाने और हथियार कानूनों को लचीला बनाने का भी वादा किया है।
कट्टरपंथी
रैलियों में आरी लेकर क्यों आते थे माइली?
माइली को अपनी कट्टर दक्षिणपंथी विचारों के लिए जाना जाता है। वह चीन और ब्राजील के कट्टर आलोचक हैं।
उन्होंने चुनाव में कहा था कि वह किसी भी कम्युनिस्ट देश के साथ सौदा नहीं करेंगे। उन्हें अक्सर अपनी रैलियों में एक 'आरी' के साथ देखा जाता था, जिसे वे महंगाई में कटौती के अपने वादे का प्रतीक बताते थे।
हालांकि, उन्होंने छवि को नुकसान पहुंचने के डर से बाद में अपनी चुनावी रैलियों में आरी लाना बंद कर दिया।
माइली
डोनाल्ड ट्रंप से होती है माइली की तुलना
उनकी अजीबोगरीब हरकतों के लिए माइली की तुलना अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से की जाती है।
2017 में उन्होंने अपने एक कुत्ते 'कॉनन' की मौत के बाद उसका क्लोन तैयार करने के लिए 50,000 अमेरिकी डॉलर खर्च किए थे। उनका दावा है कि उन्हें अपने कुत्ते कॉनन से ही राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की प्रेरणा मिली।
उनके पास अभी कम से कम 4 कुत्ते हैं, जिनका नाम विश्वविख्यात अर्थशास्त्रियों, मरे, मिल्टन, रॉबर्ट और लुकास के नाम पर है।
विरोधियों
प्रतिद्वंदी मस्सा ने माइली की जीत पर क्या कहा?
माइली से चुनाव में हारने वाली मस्सा की पार्टी ने 16 साल तक अर्जेंटीना में शासन किया था।
उन्होंने चुनावी नतीजों के बाद माइली को जीत की बधाई देते हुए कहा कि अर्जेंटीना की जनता ने अलग रास्ता चुना है। उन्होंने ऐलान किया है कि वह जल्द अब सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
माइली के चुनाव जीतने के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लूला सिल्वा ने भी उन्हें बधाई दी है।
चुनाव
माइली कब ले सकते हैं शपथ?
माइली 10 दिसंबर को अर्जेंटीना के नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ले सकते हैं। विक्टोरिया विलारुएल के उनके साथ उपराष्ट्रपति बनने की संभावना है।
माइली की जीवनी लिखने वाले पत्रकार और लेखक जुआन गोंजालेज ने कहा कि अर्जेंटीना के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने लोगों का उत्साह बढ़ाया है, लेकिन अभी देश के सामने मंदी का खतरा मंडरा रहा है।
उन्होंने कहा, "वह एक अस्थिर देश के लिए एक अस्थिर नेता हैं।"