#NewsBytesExplainer: ट्रंप ने मस्क-रामास्वामी को जिस DOGE विभाग की जिम्मेदारी दी, उसका काम क्या है?
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अहम पदों पर नियुक्तियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने उद्यमी एलन मस्क के साथ विवेक रामास्वामी को सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) का प्रमुख बनाया है। ट्रंप ने कहा है कि यह विभाग सरकार में बहुत बड़ा बदलाव लाएगा। पूरी तरह से नया ये विभाग गैर-जरूरी सरकारी खर्च और अफसरशाही पर लगाम लगाने के लिए बनाया गया है। आइए जानते हैं इसका काम क्या होगा।
नए विभाग के बारे में ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने नए विभाग की तुलना 'द मैनहट्टन प्रोजेक्ट' से की है। उन्होंने कहा, "DOGE हमारे समय का मैनहट्टन प्रोजेक्ट होगा। ये दोनों (मस्क और रामास्वामी) अद्भुत अमेरिकी मिलकर मेरे प्रशासन के लिए सरकारी नौकरशाही को खत्म करने, अनावश्यक विनियमनों को कम करने, फिजूलखर्ची में कटौती करने और संघीय एजेंसियों के पुनर्गठन का मार्ग प्रशस्त करेंगे।" इस दौरान ट्रंप ने मस्क को 'ग्रेट एलन मस्क' और विवेक रामास्वामी को 'देशभक्त अमेरिकी' नाम से संबोधित किया।
फैसले पर मस्क-रामास्वामी ने क्या कहा?
मस्क ने एक्स पर लिखा, 'इससे पूरी व्यवस्था में और सरकारी बर्बादी में शामिल सभी लोगों में खलबली मच जाएगी, जो कि बहुत सारे लोग हैं।' जिम्मेदारी मिलने पर रामास्वामी ने लिखा कि वे नरमी से पेश नहीं आने वाले हैं। बता दें कि रामास्वामी कई सरकारी विभागों और एजेंसियों को बंद करने, फिजुलखर्ची में कटौती करने और बेलगाम अफसरशारी पर लगाम लगाने की वकालत कई बार कर चुके हैं।
क्या काम करेगा DOGE?
ट्रंप के मुताबिक, ये विभाग कठोर सुधारों की सिफारिश करेगा और 6 महीने के भीतर धोखाधड़ी और अनुचित भुगतान को खत्म करने की योजना विकसित करेगा। खास बात है कि ये विभाग एक औपचारिक संघीय एजेंसी के रूप में काम नहीं करेगा, बल्कि एक सलाहकार की भूमिका निभाएगा। ये अपने तरीके से काम करेगा और केवल ट्रंप के प्रति जवाबदेह होगा। इस विभाग की कार्यअवधि केवल डेढ़ साल के लिए ही होगी।
बजट में हो सकती है बड़ी कटौती
माना जा रहा है कि मस्क विभाग की जिम्मेदारी मिलने के बाद सबसे पहले संघीय बजट में खरबों डॉलर की कटौती करेंगे। हाल ही में मस्क ने कहा था कि वे नौकरशाही को कम करेंगे और सरकारी खर्च में 2 लाख करोड़ डॉलर की कटौती करेंगे। दरअसल, अमेरिकी संघीय सरकार का बजट 6.5 लाख करोड़ डॉलर का होता है। ट्रंप कह चुके हैं कि इसमें बड़े पैमाने पर धन की बर्बादी होती है और अनाप-शनाप खर्च किए जाते हैं।
विभागों में होगी छंटनी?
रामास्वामी ने कई विभागों को खत्म करने और नौकरियों में कटौती की बात कही है। रामास्वामी ने FBI, शिक्षा विभाग और परमाणु विनियामक आयोग को खत्म करने का वादा किया था। अगर ऐसा होता है तो सरकारी विभागों और संघीय एजेंसियों में काम कर रहे लोगों की बड़े पैमाने पर नौकरी जा सकती है। माना जा रहा है कि अमेरिका के अलग-अलग विभागों में कर्मचारियों की संख्या को 75 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
फैसले की हो रही है आलोचना
जानकारों का मानना है कि बजट में 2 लाख करोड़ डॉलर की कटौती अर्थव्यवस्था के लिए विनाशकारी होगी और इसे लागू करना भी लगभग असंभव होगा। मस्क और रामास्वामी को इस विभाग की जिम्मेदारी मिलने से हितों के टकराव की भी संभावनाएं हैं, क्योंकि दोनों की कंपनियों के पास फिलहाल कई सरकारी कॉन्ट्रैक्ट हैं। वहीं, एजेंसियों में छंटनी के लक्ष्य को लेकर जानकारों का मानना है कि इससे अर्थव्यवस्था में भूचाल आ जाएगा।