अमेरिका से लौटने लगे अवैध भारतीय प्रवासी, सैन्य विमान नागरिकों को लेकर भारत के लिए रवाना
क्या है खबर?
अमेरिका के नवनियुक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई तेज कर दी है। सोमवार को एक सैन्य विमान भारतीय नागरिकों को लेकर अमेरिका से भारत के लिए रवाना हो चुका है।
सैन्य विमान C-17 प्रवासियों को लेकर कम से कम 24 घंटे में भारत पहुंचेगा। इसके मंगलवार रात या फिर बुधवार को पहुंचने की संभावना है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस विमान में 205 भारतीय सवार हैं। अन्य कितने विमान भारत भेजे जाएंगे, इसकी जानकारी नहीं है।
अवैध प्रवासी
अमेरिका में कितने हैं भारतीय अवैध प्रवासी?
ट्रंप के निर्देश के बाद अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) ने निर्वासन के लिए 15 लाख व्यक्तियों की पहचान की है, जिसमें करीब 18,000 भारतीय नागरिक शामिल हैं।
प्यू रिसर्च सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, भारत से गए लगभग 7,25,000 अवैध अप्रवासी अमेरिका में रहते हैं, जिससे यह मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद अनधिकृत अप्रवासियों की तीसरी सबसे बड़ी आबादी बन गई है।
अमेरिकी सैन्य विमान अन्य देशों के लिए भी रवाना हुए हैं।
प्रतिक्रिया
अमेरिका से इस फैसले पर भारत का रुख स्पष्ट
अमेरिका में बिना दस्तावेजों और अवैध तरीके से रह रहे भारतीय नागरिकों को लेकर भारत का रुख एकदम साफ है।
पिछले दिनों विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वाशिंगटन में कहा था, "अमेरिका ही नहीं बल्कि अन्य देशों के लिए भी हमने हमेशा यह कहा है कि यदि हमारा कोई नागरिक वहां अवैध रूप से है, और यदि हमें यकीन है कि वे हमारे नागरिक हैं, तो हम हमेशा उनकी वैध भारत वापसी के लिए तैयार हैं।"
विरोध
अवैध प्रवासियों को लेकर अब तक कहां-कहां पहुंचे अमेरिकी सैन्य विमान?
पेंटागन ने टेक्सासा के एल पासो और कैलिफोर्निया के सैन डिएगो शहर में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा पकड़े गए 5,000 से अधिक अप्रवासियों को निर्वासित करने के लिए उड़ानें उपलब्ध कराई हैं।
अब तक 6 सैन्य विमानों में भरकर प्रवासी लैटिन अमेरिका के ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास में प्रवासियों को भेजा है।
हालांकि, कोलंबिया ने अमेरिकी C-17 मालवाहक विमानों को उतरने से मना कर दिया और प्रवासियों को लेने के लिए खुद के विमान भेजे थे।
वीजा
अमेरिका में H-1B वीजा वालों को भी सता रहा डर?
अमेरिका में अवैध प्रवासियों को लेकर शुरू हुई कार्रवाई से H-1B वीजाधारक भी काफी डरे हुए हैं क्योंकि ट्रंप ने इसको लेकर विरोध जताया था। हालांकि, बाद में उन्होंने और एलन मस्क ने इसका समर्थन किया।
अमेरिका हर साल 85,000 H-1B वीजा जारी करता है। इनमें से 20,000 छात्र हैं। H-1B वीजाधारकों में सबसे ज्यादा भारतीय हैं।
अमेरिका सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) के मुताबिक, 2022-2023 में 3.86 लाख H-1B वीजा जारी हुए, जिनमें 72 प्रतिशत भारतीयों को मिले।