'अनलॉक-1' में भी जारी है श्रमिक स्पेशन ट्रेनों के लिए आवेदन, 20 हजार ने कराया पंजीयन
क्या है खबर?
केंद्र सरकार की ओर से एक जून से लागू किए गए 'अनलॉक 1' के बाद आम लोगों के लिए करीब 100 जोड़ी सामान्य ट्रेनों का भी संचालन शुरू कर दिया गया है।
हालांकि, लोग इन ट्रेनों में यात्रा करने से कतरा रहे हैं, लेकिन प्रवासी मजदूरों के लिए संचालित श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए आवेदन अभी भी जारी है।
अकेले पंजाब राज्य में 'अनलॉक 1' के दौरान करीब 20,000 प्रवासी मजूदरों ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए पंजीयन कराया है।
पंजीयन
'अनलॉक 1' के दो सप्ताह में 20,000 श्रमिकों ने कराया पंजीयन
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने मई में लॉकडाउन के दौरान श्रमिक स्पेशन ट्रेनों का संचालन करने के बाद श्रमिकों की मांग पर अनलॉक 1 के शुरुआती दो सप्ताह में भी इन ट्रेनों का संचालन किया है।
इसको देखते हुए पंजाब में करीब 20,000 प्रवासी मजदूरों ने इन ट्रेनों के लिए पंजीयन कराया है।
ऐसे में पंजाब सरकार ने अनलॉक 1 में प्रवासी मजदूरों के लिए नौ ट्रेनें संचालित कर अब तक 10,535 मजदूरों को रवाना किया है।
जानकारी
पंजाब में 15 दिन में 17,799 श्रमिकों ने कराया पंजीयन
रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में एक जून तक 18,11,659 मजदूरों ने पंजीयन कराया था, लेकिन 15 जून तक यह संख्या 18,31,452 पहुंच गई। ऐसे में राज्य में अनलॉक 1 के दौरान कुल 19,799 प्रवासी मजदूरों ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में अपना पंजीयन कराया है।
सबसे अधिक
लुधियाना से सबसे अधिक मजूदरों ने कराया पंजीयन
रिपोर्ट के अनुसार अनलॉक 1 में पंजाब में सबसे अधिक 4,065 प्रवासी मजूदरों ने लुधियान से पंजीयन कराया है। यह कुल पंजीयन का 20 प्रतिशत हिस्सा है।
इसी प्रकार गुरदासपुर से 2,101, अमृतसर 1,773, मोहाली 1,559, जालंधर 1,048, पठानकोट 994, होशियारपुर 950, रूपनगर 908, संगरूर 872 और कपूरथला से 704 श्रमिकों ने पंजीयन कराया है।
इसी तरह अन्य 12 जिलों से भी प्रति जिला 300-700 मजदूरों ने पंजीयन कराया है।
रवानगी
किस जिले से कितने प्रवासी मजदूर हुए रवाना?
रिपोर्ट के अनुसार पंजीयन कराने के बाद अनलॉक 1 में पठानकोट से 4,598 और बरनाला से 3,117 प्रवासी मजदूरों को उनके घर रवाना किया गया है। इसी तरह कपूरथला और मोगा जिलों से 1,000-1,000 और होशियारपुर और बठिंडा से 600-600 प्रवासी मजदूरों को भेजा गया है।
वर्तमान में पंजाब में बिहार, बंगाल और उत्तराखंड के लिए आठ विशेष ट्रेनें चलाई जा रही है, लेकिन प्रवासी मजदूर उनकी जगह श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में पंजीयन करा रहे हैं।
बयान
किराया बचाने के लिए करा रहे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में पंजीयन
उत्तर रेलवे के डिवीजनल मैनेजर राजेश अग्रवाल ने बताया कि रेलवे की ओर से सामान्य ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। जिसमें कोई भी टिकट बुक कराकर यात्रा कर सकता है, लेकिन इनमें बुकिंग कम हो रही है।
प्रवासी मजदूर किराया बचाने के लिए इन ट्रेनों की जगह श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में पंजीयन करा रहे हैं।
हालांकि, सरकार अभी भी प्रवासी मजदूरों के लिए राज्यों की मांग पर स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रही है।
जानकारी
पंजाब में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लौटे 23 प्रतिशत मजदूर
रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में अब तक पंजीयन कराने वाले 18.31 प्रवासी मजदूरों में से महज 23 प्रतिशत यानी 4.15 लाख मजदूर ही राज्य से संचालित 400 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिए अपने घरों के लिए रवाना हो पाए हैं।
संचालन
रेलवे ने देशभर में किया 4,450 श्रमिक ट्रेनों का संचालन
लॉकडाउन में विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए रेलवे की ओर से 15 जून तक देश के विभिन्न राज्यों से कुल 4,450 श्रमिक ट्रेनों का संचालन किया है।
इन ट्रेनों के जरिए करीब 60 लाख प्रवासी मजदूर अपने घरों तक पहुंच चुके हैं। सबसे ज्यादा ट्रेनों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के लिए चलाई गई थीं।
इन ट्रेनों में यात्रियों का 85 प्रतिशत किराया रेलवे और 15 प्रतिशत राज्यों ने वहन किया है।