प्रधानमंत्री ने लॉन्च किया 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान', 1.25 करोड़ रोजगार देगी राज्य सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार के 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान' का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस मौके पर मौजूद रहे। राज्य सरकार का कहना है कि इस अभियान के जरिए राज्य के 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार दिया जाएगा जिसमें से अधिकांश नौकरियां दूसरे राज्यों से वापस लौटे प्रवासी मजदूरों को जाएंगी। ये अभियान प्रधानमंत्री मोदी के गरीब कल्याण रोजगार अभियान का हिस्सा होगा जिसे उन्होंने 20 जून को शुरू किया था।
उत्तर प्रदेश में वापस लौटे हैं 30 लाख प्रवासी मजदूर
बता दें कि कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन के बीच 30 लाख से अधिक प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश वापस लौट चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन मजदूरों को राज्य में ही उनके घर के आस-पास रोजगार प्रदान करने का वादा किया था और इसी वादे को पूरा करने के लिए आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान शुरू किया गया है। इस योजना में राज्य के 31 जिलों की 32,300 पंचायतों को शामिल किया गया है।
MSMEs को दिया जाएगा 9,100 करोड़ रुपये का कर्ज
योगी सरकार के अनुसार, मनरेगा, कुटीर, लघु और मध्यम उद्योगों (MSMEs), निर्माण परियोजनाओं और ग्रामीण विकास से जुड़े कई कार्यक्रमों को मिलाकर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान में 1.25 करोड़ रोजगार पैदा किए जाएंगे। योजना में केंद्र सरकार के गरीब रोजगार कल्याण अभियान के तहत MSME इकाइयों को 9,100 करोड़ रुपये का कर्ज दिया जाएगा। इसमें से 5,900 करोड़ रुपये का कर्ज पुरानी MSMEs को, वहीं 3,226 करोड़ रुपये का कर्ज 1.11 लाख नई MSME इकाइयों को दिया जाएगा।
1.25 कुशल कामगारों को मिलेगा नियुक्ति पत्र
उत्तर प्रदेश सरकार के इस अभियान के तहत पहले से चिन्हित 1.25 लाख कुशल कामगारों को निजी निर्माण कंपनियों की ओर से नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। जिन जिलों के प्रवासी मजदूरों को इस अभियान के तहत रोजगार दिया जाएगा उनमें सिद्धार्थनगर, प्रयागराज, गोंडा, महाराजगंज, बहराइच, बलरामपुर, जौनपुर, हरदोई, आजमगढ़, बस्ती, गोरखपुर, सुलतानपुर, कुशीनगर, संतकबीरनगर, बांदा, अम्बेडकरनगर, सीतापुर, वाराणसी, गाजीपुर, प्रतापगढ़, रायबरेली, अयोध्या, देवरिया, अमेठी, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, श्रावस्ती, फतेहपुर, मीरजापुर, जालौन और कौशाम्बी शामिल हैं।
25 तरह के कार्य किए गए चिह्नित, एक दर्जन विभागों को जिम्मेदारी
अधिकारियों का कहना है कि इस अभियान का लक्ष्य दूसरे राज्यों से वापस लौटे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देना, स्थानीय कारोबार को बढ़ावा देना और औद्योगिक संस्थानों के साथ साझेदारी कर रोजगार के अवसर बढ़ाना है। अभियान के तहत 25 तरह के कार्यों को चिह्नित किया गया है, जिनमें प्रवासियों को रोजगार दिया जाएगा और लगभग एक दर्जन विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इनमें ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सड़क परिवहन और कृषि आदि विभाग शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने की कोरोना के खिलाफ उत्तर प्रदेश की लड़ाई की तारीफ
योजना के शुभांरभ के कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ उत्तर प्रदेश की रणनीति की तारीफ भी की। इंग्लैंड, फ्रांस, इटली और स्पेन से राज्य की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि इन चारों देशों की जनसंख्या उत्तर प्रदेश के बराबर 24 करोड़ है, लेकिन इन देशों में कोरोना वायरस से 1.30 लाख लोगों की मौत हुई है, वहीं उत्तर प्रदेश में ये आंकड़ा 600 है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ की भी तारीफ की।